राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर (Jodhpur) में फिर से सांप्रदायिक हिंसा की घटना हुई है। तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। साथ ही दो मई से लागू धारा 144 को जारी रखने का फैसला किया गया है। हालाँकि पुलिस का कहना है कि यह सांप्रदायिक घटना नहीं।
रिपोर्ट के अनुसार झगड़ा झुड़ाने आए दो युवकों की पिटाई के बाद मंगलवार (7 जून 2022) शाम को तनाव पैदा हो गया है। इस दौरान जमकर पथराव हुआ। यह घटना अतिसंवेदनशील माने जाने वाली सूरसागर के रॉयल्टी के पास हुई। तनाव इतना बढ़ा गया कि पाँच थानों की पुलिस को मोर्चा सँभालना पड़ा। इस मामले में अभी तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दो युवकों के घायल होने की खबर है। फिलहाल स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर 300 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इलाके में धारा 144 लगा दी गई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दो युवकों के बीच विवाद बाइक पार्किंग को लेकर शुरू हुआ था। मामला धीरे-धीरे इतना बढ़ गया कि वहाँ पर ईंट-पत्थर चलने लगे। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इसमें मौके पर पहुँचे एक पुलिस वाले को आपस में झगड़ते युवकों को छुड़ाते हुए देखा जा सकता है, जिसके बाद दोनों ही समुदाय के लोग बाहर आए। पुलिस ने दोनों पक्षों के लोगों से शांति कायम करने की अपील की है।
Rajasthan | This incident should not be seen as a clash between two communities. We have detained two boys whose names appeared in the incident. We are taking action on the basis of CCTV footage: Navajyoti Gogoi, Commissioner of Police, Jodhpur pic.twitter.com/hxfSikoHGO
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) June 8, 2022
गौरतलब है कि इससे पहले 2 मई को (ईद के मौके पर) भी जोधपुर में अल्लाह-हू-अकबर के नारों के साथ हिंसा हुई थी। स्वतंत्रता सेनानी बिस्सा जी की प्रतिमा पर कट्टरपंथी मुस्लिम इस्लामी झंडे लगा रहे थे। इसका विरोध किए जाने के बाद हिंसा भड़क उठी थी। जोधपुर के जिन पाँच इलाकों में दंगाइयों ने उत्पात मचाया था, जब वहाँ लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया तो पता चला कि ये सब पहले से योजनाबद्ध था। सोनारो का बास मोहल्ले में एक घर के बाहर लगे सीसीटीवी से पता चला था कि पहले दंगाइयों ने मोहल्ले में आकर वहाँ के हालात की रेकी की थी। उसके बाद दंगाइयों की भीड़ तलवार, सरिया, लाठी और तेजाब की बोतलें लेकर वहाँ आए और हमला किया। इस दौरान लोगों के घरों पर तेजाब भी फेंका गया था।