राजस्थान के नागौर में 70 साल के संत मोहन दास की चाकू मारकर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। उनका शव आश्रम के फर्श पर पड़ा था। खून बिखरे हुए थे। हाथ-पैर रस्सी से बँधे थे। मुँह और आँखों पर पट्टी थी। यह आश्रम कुचामन थाना क्षेत्र के रसाल गाँव में स्थित है। हरिराम बाबा की बगीची नामक इस आश्रम के भैरो बाबा मंदिर में संत मोहन दास 14 साल से सेवा कर रहे थे।
संत की हत्या की खबर लोगों को सोमवार (14 अगस्त, 2023) की सुबह पता चली। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार की सुबह करीब 8 बजे नर सिंह नाम का एक श्रद्धालु आश्रम गए। उन्हों संत मोहन दास को आवाज लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद जब वे मंदिर के पीछे बरामदे की तरफ गए तो वहाँ संत का शव बिस्तर के पास फर्श पर पड़ा मिला। शव के पास ही खून बिखरा हुआ था। उन्होंने तुरंत गाँव वालों को सूचना दी। इसके बाद करीब 8.30 बजे सुबह पुलिस मौके पर पहुँची।
चाकू घोंपकर संत की हत्या
पुलिस ने प्रारंभिक जाँच के बाद बताया हो कि हत्या रविवार (13 अगस्त, 2023) रात को हुई। उनके शरीर पर धारदार हथियार के कई निशान पाए गए हैं। मोहन दास के परिजनों ने हत्या के इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है। मोहन दास के भतीजे त्रिलोक राम और बाकी परिजनों ने आरोपितों को जल्द से जल्द पकड़ने की माँग की। उनका कहना है कि जब तक पुलिस दोषियों को गिरफ्तार नहीं करती है, तब तक वे शव नहीं लेंगे।
भतीजे त्रिलोक राम ने पुलिस को बताया कि रविवार रात 8 बजे तक मोहन दास गाँव वालों के साथ बातचीत कर रहे थे। इसके बाद वह सोने के लिए अपने कमरे में चले गए। गाँव वाले भी बगीची से अपने घर की ओर चले गए। आश्रम में रात में उनके अलावा कोई नहीं था। सुबह नर सिंह से पता चला कि उनकी डेड बॉडी मिली है।
कौन-कौन है परिवार में
संत मोहन दास के परिवार में पत्नी, 3 बेटे और 1 बेटी है, जो गाँव में रहते हैं। रात में वे अकेले ही आश्रम में रहते थे। दिन में उनके दो चेले साथ रहते थे, जो रात को गाँव की गोशाला में सोने चले जाते थे। सुबह 8 से शाम 8 बजे तक आश्रम में गाँव और आस-पास के लोगों का आना-जाना लगा रहता था।
जाँच में जुटी पुलिस
जिला एसपी प्रवीण कुमार ने बताया कि शुरुआती जाँच में चोरी के मकसद से हत्या का मामला लग रहा है। संत के परिजनों ने शिकायत दी है। फिलहाल आरोपितों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। जाँच की जा रही है। जल्द ही खुलासा किया जाएगा।