राजस्थान में एक बार फिर खाकी को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। एक शादीशुदा महिला ने पुलिस कॉन्स्टेबल पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना राजस्थान के पाली की है। पुलिस कॉन्स्टेबल पर आरोप है कि महिला को शादी का झाँसा देकर वह अपने साथ भगा ले गया और दुष्कर्म किया।
रिपोर्ट के अनुसार महिला को कॉन्स्टेबल अजयपाल भाकल उदयपुर, माउंट आबू, सुमेरपर आदि स्थानों पर घुमाता रहा और दुष्कर्म करता रहा। यह सिलसिला तकरीबन 19 दिन तक चला। इसके बाद पीड़िता ने आरोपित से शादी करने की बात छेड़ी, जिस पर वह आग बबूला हो गया और उसकी बुरी तरह से पिटाई कर दी। इन सब ज्यादतियों से परेशान होकर महिला ने होटल से ही फोन कर पुलिस को मामले की जानकारी दी।
सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुँची और महिला को थाने लेकर आ गई। आरोपित कॉन्स्टेबल जब शनिवार (3 जुलाई 2021) को होटल पहुँचा तो कमरे में विवाहिता नदारद मिली। जब उसे जानकारी मिली कि पाली पुलिस उसे ले गई तो वह खुद भी थाने पहुँच गया। वहाँ पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। एसपी कालूराम रावत ने आरोपित कॉन्स्टेबल को निलंबित भी कर दिया है।
थाने के सब इंस्पेक्टर नरेन्द्र सिंह ने बताया कि आरोपित कॉन्स्टेबल का अपनी पत्नी से विवाद चल रहा है। पाली हाउसिंग बोर्ड निवासी पीड़िता भी पिछले करीब डेढ़ साल से मायके में रह रही है। उसने अपने पति व ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का परिवारवाद भी महिला थाने में दे रखा है। 30 वर्षीया महिला की शादी 17 वर्ष पहले हुई थी, जिससे उसे एक सात साल का बच्चा भी है। पड़ोसी से नाली का विवाद होने के बाद पीड़िता की मुलाकात आरोपित कॉन्स्टेबल भाकल से हुई थी। उसके बाद दोनों की फोन पर बातचीत होने लगी।
आरोपित कॉन्स्टेबल विवाहिता को अच्छे भविष्य के सपने दिखाता रहा और उसे विश्वास दिलाया कि वह उससे शादी कर लेगा। आरोपित कॉन्स्टेबल की इन्हीं बातों में विवाहिता फँस गई। 11 जून को आरोपित कांस्टेबल उसे भगाकर ले गया। विवाहिता के घर से बिना बताए निकल जाने पर 13 जून को उसकी माँ ने औद्योगिक थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
उल्लेखनीय है कि आरोपित कॉन्स्टेबल अजयपाल भाकल की 18 दिसम्बर 2015 को प्रथम नियुक्ति पाली में हुई थी। 19 मई 2021 से आरोपित कॉन्स्टेबल गैर-हाजिर चल रहा है। इसको लेकर उसे कई बार नोटिस भेजा गया, लेकिन एक बार भी उसने जवाब नहीं दिया।
गौरतलब है कि राजस्थान से इस तरह की यह पहली घटना सामने नहीं आई है। इसी साल मार्च में अलवर के खड़ेली थाना में अपने पति के खिलाफ FIR लिखवाने गई महिला से बलात्कार का मामला सामने आया था। 26 वर्षीय पीड़िता का पति के साथ विवाद चल रहा है। 2 मार्च 2021 को वह पति के खिलाफ FIR दर्ज करवाने खेड़ली थाना पहुँची थी। आरोप है कि खेड़ली थाने में तैनात सेकेंड ऑफिसर भरत सिंह ने पीड़िता को पति से विवाद के निपटारे का झाँसा दिया। इसके बाद वो थाना परिसर में ही बने आवास में पीड़िता को लेकर गया और वहाँ उसके साथ रेप किया। महिला का आरोप है कि सब-इंस्पेक्टर इतने पर ही नहीं रुके। उसने अगले दो दिन भी पीड़िता को बुलाया और उसके साथ रेप किया।
इसी साल मई में राज्य के मटीली थाने के सिपाही मनीराम पर कई बार बलात्कार करने का आरोप लगाकर एक महिला ने एफ माइनर नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। अपने आखिरी संदेश में महिला ने मनीराम और उसकी पत्नी को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था। वीडियो के मुताबिक, मनीराम ने उससे बार-बार दुष्कर्म किया और सिपाही की पत्नी भी उसे तंग करती थी।
एक अन्य मामले में राजस्थान के चूरू जिले में सरदारशहर पुलिस स्टेशन के निलंबित पुलिस निरीक्षक के अलावा आठ पुलिसवालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिसवालों पर आरोप था कि उन्होंने एक दलित महिला को बंधक बनाकर रखा और उसके साथ बलात्कार किया। पीड़िता ने 9 पुलिसकर्मियों पर उसके साथ पुलिस स्टेशन में ही गैंगरेप का आरोप लगाया था। यही नहींं इसी साल ACP कैलाश बोहरा को एक रेप पीड़िता से रिश्वत माँगने और उसका यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।