राजस्थान के टीकरी के पुजारी शंभू शर्मा की मौत 2 अप्रैल को हुई थी। लेकिन उनका अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है। हालाँकि लगातार विरोध-प्रदर्शनों, बीजेपी की लालटेन यात्रा और सोशल मीडिया में इस घटना को लेकर आक्रोश व्यक्त किए जाने के बाद राजस्थान सरकार की नींद टूटती दिख रही है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार इस मामले में सरकार और प्रतिनिधिमंडल के बीच सहमति बन गई है। तकरीबन दो घंटे तक चली बैठक के बाद आंदोलन समाप्ति की घोषणा की गई। सरकार के प्रतिनिधि के रूप में डॉ. महेश जोशी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंदिर माफी की जमीन के संरक्षण के लिए कमेटी अन्य राज्यों का अध्ययन करेगी। इसके अलावा जब तक जाँच चलेगी, निर्माण की गई दुकानें सील रहेंगी। संभागीय आयुक्त 30 अप्रैल तक जाँच करेंगे।
#Jaipur : शंभू पुजारी मौत प्रकरण मामले में सरकार और प्रतिनिधिमंडल के बीच बनी सहमति
— ZEE Rajasthan (@zeerajasthan_) April 11, 2021
आदोलन समाप्ति की घोषणा,करीब 2 घंटे चली बैठक बैठक के बाद मुख्य सचेतक @DrMaheshJoshimp दे रहे जानकारी,मंदिर माफी की जमीन के संरक्षण के लिए कमेटी अन्य राज्यों का अध्ययन करेगी@VishnuRajasthan pic.twitter.com/y1IDoNtdq8
बता दें कि बैठक में सरकार के प्रतिनिधि के रूप में डॉ. महेश जोशी, मुख्य सचिव निरंजन आर्य, DGP ML लाठर, गृह सचिव अभय कुमार, पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव शामिल हुए। वहीं आंदोलनकारी पक्ष से सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, किरोड़ी रामचरण बोहरा, बीजेपी नेता अरुण चतुर्वेदी, विधायक अशोक लहोटी, भाजपा शहर अध्यक्ष राघव शर्मा, बीजेपी नेता मुकेश दाधीच, सुमन शर्मा और विप्र फाउंडेशन अध्यक्ष राजेश कर्नल उपस्थित रहे।
#Jaipur : शंभु पुजारी मृत्यु प्रकरण
— ZEE Rajasthan (@zeerajasthan_) April 11, 2021
सचिवालय में पौने घंटे से चल रही सुलह वार्ता, सरकार के प्रतिनिधि के रूप में @DrMaheshJoshimp , मुख्य सचिव निरंजन आर्य, DGP ML लाठर, गृह सचिव अभय कुमार, पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव कर रहे वार्ता@RajCMO @ashokgehlot51 @BJP4Rajasthan pic.twitter.com/67EHH3xSbh
इस मामले में शनिवार को भी सहमति की कोई उम्मीद नहीं देख पुजारी की डेड बॉडी को डीप फ्रीजर में शिफ्ट कर दिया गया था। दोपहर में सरकार के साथ बातचीत की उम्मीद जगी जब पुलिस के अधिकारी सरकार का संदेश लेकर आए। संभावना थी कि सचिवालय में अफसरों के साथ बातचीत में मामले का हल निकल जाएगा, मगर दिन ढलते -ढलते बातचीत की तमाम संभावनाएँ धूमिल हो गई थी।
रामचरण बोहरा और अरूण चतुर्वेदी सरकार के संदेश का इंतजार ही करते रह गए। इस बीच किरोड़ी ने सरकार को आइना दिखाने की कोशिश की। उन्होंने लालटेन यात्रा निकाली। भरी दोपहरी में किरोड़ी हाथ में लालटेन लेकर सिविल लाइंस फाटक से सी स्कीम की तरफ बढने लगे पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर किरोड़ी और उनके समर्थकों को रोक दिया। इस दौरान पुलिस के साथ तीखी नोक झोंक भी हुई।
We Want . #Justice4ShambhuPujari
— Yogeshwar Dutt (@DuttYogi) April 11, 2021
इससे पहले किरोड़ी ने सरकार पर हठधर्मिता का आरोप लगाया था। अरुण चतुर्वेदी ने कहा था कि वे सिर्फ पुजारियों के लिए ठोस कानून चाहते हैं, ताकि मंदिर माफी की जमीनों के मामले में अपराध न हों। सैंकड़ों पुजारियों की हत्या हो चुकी है। शंभू पुजारी की मौत के जिम्मेदार लोगों पर ठोस कार्यवाही होनी चाहिए।
#Justice4ShambhuPujari https://t.co/ncYIFUJNBq
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) April 11, 2021
मामले में बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने भी ट्वीट कर शंभू पुजारी के लिए न्याय की माँग की। उन्होंने कहा, “राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मैं आपसे कहना चाहता हूँ कि शंभू पुजारी के साथ जो महापाप हुआ है, जो अन्याय हुआ है, उसमें आपकी सरकार पूरी तरह भागीदार नजर आ रही है। आपका ये मौन, ये चुप्पी आपराधिक है। शंभू पुजारी का शव अंतिम संस्कार की प्रतीक्षा में वहाँ आज भी रखा हुआ है। मैं आपसे ये निवेदन करता हूँ कि आज शाम तक सांसद किरोड़ी लाल और अन्य सभी लोगों की जो भी माँगें हैं, उनको पूरा किया जाए। शंभू पुजारी का अंतिम संस्कार सम्मान के साथ सुनिश्चित किया जाए। प्रदर्शनकारियों की माँगों को तुरंत स्वीकार कीजिए। आज शाम तक ये सुनिश्चित करें अन्यथा कल मुझे जयपुर आना ही होगा।”
पूरा राजस्थान आज राज्य की इस असंवेदनशील कांग्रेस सरकार से शम्भू पुजारी जी के लिए न्याय मांग रहा है ।#Justice4ShambhuPujari pic.twitter.com/VrHij65LAB
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) April 11, 2021
भूमाफियाओं पर जबरन रजिस्ट्री करवाने का आरोप
गौरतलब है कि पुजारी शंभू शर्मा की 2 बीघा जमीन की फरवरी माह में कुछ भूमाफियाओं ने रजिस्ट्री करा ली थी। पुजारी ने माफियाओं पर षडयंत्रपूर्वक रजिस्ट्री कराने का आरोप लगाते हुए महुआ थाने में केस दर्ज कराया था। मुकदमा दर्ज कराने के करीब एक माह बाद 2 अप्रैल को पुजारी शंभू शर्मा की मौत हो गई थी।
इसके बाद दौसा सासंद किरोड़ी मीणा ने आरोप लगाते हुए उनके शव के साथ 3 अप्रैल से 8 अप्रैल तक महुआ थाने के बाहर न्याय की माँग को लेकर प्रदर्शन किया। मीणा का कहना है कि भू माफियाओं की ओर से जबरन रजिस्ट्री करवाने के कारण ही जमीन को खोने के सदमे में पुजारी शंभू शर्मा की जान निकल गई।