Monday, November 18, 2024
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‘भारत में हिंदू ही पीड़ित, हम कहाँ जाएँ’: जिन्हें मोदी-योगी का समर्थन करने पर मार डाला उनकी बेटी पूछ रही सवाल, है आपके पास जवाब

राजेश की पत्नी शैल ने बताया कि उनकी शादी 1984 में हुई थी और तब से वो अपने पति को सिर्फ और सिर्फ भाजपा के लिए समर्पित देखा था। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली हो या मिर्जापुर, राजेश हमेशा चर्चा में भाजपा का ही पक्ष लिया करते थे। खासतौर से राजेश PM मोदी और CM योगी से बेहद प्रभावित थे।

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में 12 जून, 2023 को अमजद नाम के ड्राइवर पर राजेश धर दुबे नाम के व्यक्ति को अपनी बोलेरो गाड़ी से कुचल कर मार डालने का आरोप लगा था। हत्या की वजह राजेश द्वारा PM नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ की तारीफ करना था। ऑपइंडिया ने सोमवार (14 अगस्त, 2023) को राजेश धर दुबे के परिवार से मुलाकात की। पीड़ित परिवार ने अभी तक किसी भी प्रकार की मदद न मिलने की जानकारी देते हुए खुद को बेहद आर्थिक तंगी में बताया।

राजेश धर मूल रूप से मिर्जापुर जिले के गाँव कोलाही के रहने वाले थे। यह गाँव विध्यांचल थाना क्षेत्र में पड़ता है। पिछले लगभग 3 दशक से उनका परिवार दिल्ली के संगम विहार इलाके में रहता है। हत्या के समय राजेश की उम्र 52 साल थी। वह एक मेडिकल कम्पनी में परचेज मैनेजर थे। राजेश के भाई राकेश भी अपने परिवार सहित दिल्ली में रहते हैं और वाहन चला कर परिवार का गुजारा करते हैं।

बच्चों की पढ़ाई के भी पैसे नहीं

राजेश धर की 27 वर्षीया बेटी पूजा दुबे B.Ed तक पढ़ाई कर चुकी हैं। पूजा ने हमें बताया कि उनका सपना सरकारी नौकरी का था लेकिन अब उनके पास आगे की कोचिंग और किताबें खरीदने के भी पैसे नहीं बचे हैं। हमें बताया गया कि पूरा घर मृतक राजेश धर दुबे की ही कमाई पर आश्रित था, जिनके चले जाने के बाद उनका परिवार भगवान भरोसे ही चल रहा है। पूजा का एक बड़ा भाई भी है, जो प्राइवेट नौकरी करते हैं लेकिन इस पैसे में उन्हें अपनी पत्नी और एक बच्चे को भी पालना पड़ता है।

राजेश की 50 वर्षीया विधवा शैल दुबे ने भी अपने परिवार को गंभीर आर्थिक संकट से जूझता बताया। उन्होंने भविष्य की चिंता करते हुए कहा कि पढ़ाई के साथ अभी उन्हें एक बेटे और एक बेटी की शादी भी करनी है, जिसके लिए उनके पास कुछ भी नहीं है। शैल दुबे ने हमें यह भी बताया कि अक्सर रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी उन सभी को तंगी से जूझना पड़ रहा है। जिस घर में दुबे परिवार रहता है, वो उनका निजी मकान है। हालाँकि, दिवंगत राजेश की पत्नी ने बताया कि मकान को कई लोगों से कर्ज ले कर बनवाया गया है जिसे उन लोगों को ही चुकाना है।

नहीं मिली कहीं से कोई भी मदद

मृतक राजेश की पत्नी शैल और बेटी पूजा ने हमें बताया कि अभी तक उन्हें कहीं से भी कोई भी सरकारी या व्यक्तिगत मदद नहीं मिली है। शैल दुबे ने हमें बताया कि शुरू में प्रशासनिक अधिकारियों सहित तमाम लोग आए और उन्होंने हमारे परिवार को हर सम्भव मदद का भरोसा भी दिया, लेकिन उसमें से कोई वादा पूरा नहीं हुआ। पूजा दुबे ने कहा कि लोगों ने अब उन्हें भुला दिया है। दोनों ने मिल कर पीएम मोदी, सीएम योगी और उनके प्रशासनिक अधिकारियों से अपने परिवार की मदद की अपील भी की।

‘हमारा तो यही एक देश, हम कहाँ जाएँ’

मुंबई में ट्रेन के अंदर चेतन सिंह द्वारा की गई गोलीबारी की घटना का भी जिक्र मृतक राजेश की बेटी पूजा ने किया। उन्होंने कहा, “कुछ टाइम पहले मैंने न्यूज़ में पढ़ा कि ट्रेन में एक हिन्दू कॉन्स्टेबल से चली गोली से कुछ मुस्लिम लोगों की मौत हो गई। तो उन मुस्लिम लोगों की फैमिली ने बोला कि ये भारत देश हमारे रहने के लिए सेफ नहीं हैं। पर मेरे पापा हिन्दू थे। वो हमेशा योगी-मोदी की तारीफ करते थे। यही उन्होंने उस दिन भी किया जब वो उस गाड़ी में बैठे थे जिसका ड्राइवर एक मुस्लिम अमजद था।”

पूजा ने इस घटना पर आगे कहा, “सिर्फ मोदी-योगी की तारीफ़ करने के चलते अमजद ने पापा को धक्का दे कर उन पर गाड़ी चढ़ा दी और तब तब चढ़ाई जब तक उनकी डेथ नहीं हो गई। हम लोग तो हिन्दू हैं। मेरे पापा हिन्दू थे। हम लोग ये देश छोड़ कर कहाँ जाएँ? हम क्या करें? हमें भी तो इंसाफ चाहिए। हमारे पापा और हमारी फैमिली के लिए।” इतना कहने के बाद पूजा फूट-फूट कर रोने लगीं। पास बैठी उनकी माता भी भावुक हो गईं।

इंसानियत सर्वोपरि रखते थे राजेश

दिवंगत राजेश धर की पत्नी शैल ने हमें बताया कि उनके पति भी लोगों को एक जैसे इंसान की नजर से देखते थे। उनका दावा है कि उनके पति में हिन्दू-मुस्लिम जैसी कोई भावना नहीं थी। फिलहाल अमजद जेल में है और उसकी जमानत नहीं हो पाई है। अमजद की गाड़ी राजेश के भतीजे की शादी में बुक की गई थी। पूजा का दावा है कि उनके गाँव के जिस व्यक्ति ने शादी में आरोपित अमजद की गाड़ी बुक की थी वो अब शर्मिंदा हैं। पीड़ित परिवार ने अमजद को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की माँग की है। पूजा ने कहा कि वो कभी भी अमजद को माफ़ नहीं कर पाएँगी।

मुस्लिमों से डरा है परिवार

राजेश के भाई राकेश ने हमें बताया कि वो अपने भाई के परिवार की मदद के लिए कई बार अधिकारियों को चिट्ठी भी लिख चुके हैं लेकिन उस पर कोई जवाब नहीं आया और न ही उस पर कोई एक्शन हुआ। इस पत्र में 50 लाख रुपए मुआवजे और एक व्यक्ति के लिए सरकारी नौकरी की माँग शामिल है। पत्र में आरोपित अमजद के गाँव विजयपुर से मुस्लिम बहुल आबादी का आना-जाना बताते हुए राकेश धर ने अपने परिवार और अपने गाँव के ग्रामीणों को डरा-सहमा और तनाव में बताया है। साथ ही उन्होंने प्रशासन से परिवार सहित अन्य ग्रामीणों की सुरक्षा की माँग भी की है।

अधिकारियों को भेजा गया पत्र

‘इस देश में हिन्दू ही पीड़ित’

एक सवाल के जवाब में राजेश धर की बेटी पूजा ने बताया कि भारत में हिन्दू ही पीड़ित हैं जिन पर आए दिन मुस्लिम समुदाय का कोई न कोई कहीं न कहीं हमला कर रहा है या मार दे रहा है। पूजा ने आफ़ताब-श्रद्धा काण्ड सहित कई अन्य उदाहरण भी दिए। उन्होंने अपने पिता राजेश को भी प्रताड़ना की इस लिस्ट में गिनाया और हिन्दू को हमलावर कहने वालों को गलत बताया। बता दें कि आफताब द्वारा अपनी गर्लफ्रेंड श्रद्धा वॉकर की हत्या का मामला खासा चर्चा में आया था। उसने श्रद्धा के शव के कई टुकड़े कर के फेंक दिए थे।

भाजपा से मुस्लिमों की नफरत राजेश के कत्ल की वजह

राजेश की बेटी पूजा ने कहा कि सिर्फ भाजपा, मोदी और योगी का समर्थक होने के अलावा उनके पापा का कोई दोष नहीं था जो अमजद ने उन्हें कुचल कर मार डाला। उन्होंने कहा कि तमाम मुस्लिमों को भाजपा से चिढ़ और नफरत इसलिए है क्योंकि उन्हें लगता है कि इस पार्टी के लोग हिंदूवादी हैं। कई भाजपा कार्यकर्ताओं और हिंदूवादियों की हत्या की वजह पूजा ने इसी सोच को बताया।

इसी वाहन से अमजद ने कुचला था राजेश को

राजेश की पत्नी शैल ने बताया कि उनकी शादी 1984 में हुई थी और तब से वो अपने पति को सिर्फ और सिर्फ भाजपा के लिए समर्पित देखा था। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली हो या मिर्जापुर, राजेश हमेशा चर्चा में भाजपा का ही पक्ष लिया करते थे। खासतौर से राजेश PM मोदी और CM योगी से बेहद प्रभावित थे।

सरकारी कामों में अपना खुद का खर्च

मृतक राजेश की पत्नी और बेटी ने हमें बताया कि कभी FIR में किसी काम से उन्हें दिल्ली से मिर्जापुर पुलिस बुलाती है तो कभी बैंक में बीमा वाले। हर माह दिल्ली से मिर्जापुर लगभग 3 से 4 बार उनको दौड़ लगानी पड़ती है। इस काम में भी काफी खर्च आता है। ये पैसा उनकी जमापूँजी से जा रहा है जो उनके लिए और अधिक मुसीबतों को बढ़ाने वाला है। हालाँकि, अमजद पर किसी भी हाल में कार्रवाई और न्याय पाने की धुन में पीड़ित परिवार हर कार्रवाई में शामिल हो रहा है।

क्या था मामला

गौरतलब है कि ये घटना 12 जून. 2023 की है। तब पीड़ित परिवार ने मिर्जापुर पुलिस में शिकायत देते हुए बताया था कि यहाँ के कोलाही गाँव के राजेश दुबे अपने भतीजे की शादी में शामिल होने अमजद की बोलेरो गाड़ी बुक कर के गए थे। इस दौरान राजनैतिक चर्चा हुई जिसमें अमजद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और UP के CM योगी आदित्यनाथ को माँ-बहन की गालियाँ देना शुरू कर दिया। राजेश ने इसका विरोध किया तो उनकी अमजद से तकरार हो गई।

गाड़ी से उतर जाने के बाद अमजद ने घर जा रहे राजेश पर बोलेरो चढ़ा दी। इस घटना से राजेश की मौत हो गई थी। पुलिस ने अमजद पर IPC की धारा 302 और 504 के तहत केस दर्ज किया। अमजद को गिरफ्तार कर लिया गया था जो अभी तक जेल में है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।

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राहुल पाण्डेय
राहुल पाण्डेयhttp://www.opindia.com
धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।

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