समाचार एजेंसी ANI द्वारा साझा की गई सीएमओ संजय शर्मा की वीडियो में वो कहते सुनाई पड़ते हैं, “मेरी जानकारी में जो तथ्य आए है वो ये कि बॉडी पर 25-30 छर्रे लगने से अत्यधिक रक्तरसाव है और उस कारण से उसकी मौत हुई है। इसके अलावा बाई आँख के ऊपर कोई कुंद चीज लगने से फटने का निशान है। पैर के दोनों अंगूठों के बीच में भी चोट है। थोड़ा नाखून का हिस्सा भी गायब है।”
#WATCH | Bahraich, UP: | Bahraich incident | Chief Medical Officer of Bahraich, Dr Sanjay Kumar Sharma says, "Due to continuous beating, Ram Gopal Mishra lost a lot of blood due to which he died. The victim's left eye was injured by being hit with a sharp object…." pic.twitter.com/4lXRqqQvQh
— ANI (@ANI) October 16, 2024
जब रिपोर्टर ने उनसे पूछा कि मीडिया में राम गोपाल मिश्रा को करंट देकर टॉर्चर देने कीबात सामने आई है तो इस पर वह बोले कि संभवत: ऐसा हो सकता है लेकिन इस बारे में वही लोग बता पाएँगे जिन्होंने पोस्टमार्टम किया है।
बता दें कि एक तरफ जहाँ राम गोपाल को दी गई प्रताड़ना के संकेत सीएमओ के बयान से मिल रहे हैं। वहीं एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि गोपाल मिश्रा को पहली गोली उसी टाइम मारी गई थी जब वो झंडा फहरा रहे थे।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में साझा की गई वीडियो में देख सकते हैं कि पहले राम गोपाल को गोली मारी गई और बाद में पीछे से आवाज आई ‘मर गया मर गया।’ ये आवाज बच्चों की जान पड़ती है।
इसके आगे क्या हुआ इस बारे में अभी नहीं पता चला, मगर इंटरनेट पर जो वीडियो वायरल है उसमें कुछ लोग राम गोपाल का शव सीढ़ियों से उतारते दिख रहे हैं। इसके अलावा आरोपित का वीडियो भी है जिसमें आरोपित के हाथ में बंदूक दिखाई दे रही है। मालूम हो कि ये वीडियो बहराइच में इंटरनेट बहाल होने के बाद सामने आई है।
गौरतलब है कि इससे पहले बहराइच के महाराजगंज में राम गोपाल मिश्रा की हत्या मामले में सामने आ रही ‘प्रताड़ना देने’ की जानकारी को बहराइच पुलिस ने नकारा था। उन्होंने अपील जारी करते हुए बताया कि गोपाल मिश्रा की मौत गोली लगने से हुई थी। पुलिस के अनुसार, गोपाल मिश्रा को करंट देने, तलवार से मारने और नाखून उखाड़ने की बातें केवल अफवाह है। पुलिस ने बयान में ये भी कहा कि घटना में अतिरिक्त किसी अन्य की मृत्यु नहीं हुई है। उन्होंने अपील की है कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के प्रयास न किए जाएँ, न अफवाहों और भ्रामक सूचनाओं को प्रसारित किया जाए।