उत्तर प्रदेश के अयोध्या में योगी सरकार महर्षि विद्यापीठ ट्रस्ट के साथ रामायण विश्वविद्यालय बनवाने जा रही है। 100 दिन के अंदर इसकी स्थापना की जाएगी। इस विश्वविद्यालय के लिए ट्रस्ट ने 21 एकड़ भूमि चिह्नित की है। बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी का काम योगी सरकार की 100 दिन की कार्य योजना में सबसे शीर्ष पर है।
प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने समीक्षा करते हुए इस बाबत बताया कि संस्कृति विभाग की ओर से आगामी 100 दिन में विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए महर्षि विद्यापीठ ट्रस्ट के साथ एमओयू साइन किया जाएगा।
वहीं विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने इस विश्वविद्यालय को लेकर बताया, “महर्षि विद्यापीठ संस्थान के साथ हमने वार्ता प्रारंभ की है क्योंकि उन्होंने पहले से ही इस विश्वविद्यालय के लिए भूमि अधिग्रहण भी कर रखा है और उनके द्वारा रामायण विश्वविद्यालय का एक खाका प्रस्तुत भी किया गया है। इस समय उच्च शिक्षा विभाग के पास में मंथन चल रहा है। जो संस्कृति विभाग है वो साथ में मिल कर के इस विश्वविद्यालय को स्थापित कराने में पूर्ण सहयोग देगा और एक अहम भूमिका अदा करेगा।”
योगी सरकार की 100 दिन की कार्य योजना
प्रमुख सचिव ने 100 दिन की कार्य योजना प्रस्तुत करते हुए जानकारी दी कि अयोध्या शोध संस्थान द्वारा राम नवमी के मौके पर ग्लोबल इनसाइक्लोपीडिया ऑफ द रामायण के तहत 10 ग्रन्थों का प्रकाशन एवं विमोचन किया जाएगा। इसका उद्देश्य विज्ञान एवं आध्यात्म के अनेक पहलुओं को जनता तक पहुँचाना होगा।
इसके बाद योगी सरकार की कार्य योजना में लखनऊ में जनजातीय संग्रहालय की स्थापना के लिए भूमि पूजन और कबीर अकादमी, मगहर के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण भी शामिल है। इनके अलावा राज्य ललित कला अकादमी में कलाकृति विक्रय केंद्र की स्थापना होगी। इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र भारत सरकार की योजना के तहत पांडुलिपि रिसोर्स सेंटर भी स्थापित किया जाएगा। आगे आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत ज्ञात व अज्ञात शहीदों के जीवन एवं योगदान पर लिखी गई 10 पुस्तकों का प्रकाशन किया जाएगा।
भगवान श्रीराम के नाम पर बनेगा एयरपोर्ट
बता दें कि योगी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में भी अयोध्या का कायापलट करने के लिए प्रतिबद्ध है। यहाँ जैसे रामायण यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए वार्ता शुरू हो हई है। वैसे ही मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का काम भी जोरो पर है। इसका विकास तीन चरण में किया जाएगा। एयरपोर्ट के विकास हेतु 821 एकड़ भूमि चिह्नित की गई है। राज्य सरकार ने इसके लिए 1008.77 करोड़ रुपए धनराशि स्वीकृत की है।