हिंदुओं का पवित्र त्योहार नवरात्रि चल रहा है। इस दौरान देश के कई हिस्सों में गरबा का आयोजन किया जाता है। हालाँकि, पिछले कुछ सालों में ऐसी घटनाएँ सामने आई हैं, जिनमें दूसरे समुदाय के लोगों इन कार्यक्रमों में घुस जाते हैं और वहाँ हिंदू लड़कियों के साथ छेड़छाड़ और लव जिहाद को अंजाम देते हैं। इसको देखते हुए मध्य प्रदेश के रतलाम में इस बार नवरात्रि के मौके पर गरबा पांडालों में गैर-हिंदुओं को घुसने की इजाजत नहीं दी जाएगी। ये कहना है विश्व हिंदू परिषद के जिलामंत्री चंदन शर्मा का।
दरअसल, रतलाम जिले के दुर्गा पांडालों में विश्व हिंदू परिषद ने ‘गैर-हिंदू का प्रवेश वर्जित’ वाले पोस्टर चिपका रखे हैं। इसको लेकर विहिप के धर्म प्रसार आयाम के कार्यकर्ताओं का स्पष्ट कहना है कि गैर-हिंदू लोग अपनी धार्मिक मान्यताओं में हिंदू रिवाजों को शामिल नहीं करते हैं, इसलिए उन्हें गरबा पांडालों में आने का हक नहीं है।
विहिप धर्म प्रसार के जिलामंत्री चंदन शर्मा ने कहा, “जैसा कि आप सभी को पता है कि धर्म विशेष में बुतपरस्ती गुनाह है। अगर बुतपरस्ती उनके धर्म में गुनाह है तो वे गरबा में वो क्यों आते हैं? इतिहास में झाँक कर देखें तो हिंदू मंदिरों को तोड़ा गया है। इसलिए अगर उन्हें सच में गरबा और मूर्ति पूजा से प्रेम है तो अपने घर की बहन-बेटियों को इन कार्यक्रमों में क्यों नहीं भेजते?”
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— NaiDunia (@Nai_Dunia) October 10, 2021
विहिप नेता ने आगे कहा कि रतलाम की हर वो जगह, जहाँ गरबा हो रहा है, वहाँ इस तरह के पोस्ट लगाए गए हैं। इसके अलावा, ये पोस्टर ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगाए जाएँगे। यह पूछे जाने पर कि कैसे गैर-हिंदुओं की पहचान की जाएगी तो इस पर उन्होंने बताया कि जैसे कश्मीर में हिंदू शिक्षकों को आइडी देखकर मारा गया था, उसी तरह हम आईडी देखकर उनकी पहचान करेंगे और इसकी जानकारी प्रशासन को देंगे। इसमें कोई दो राय नहीं कि ऐसे लोग अपनी पहचान को छुपाकर आते हैं, लेकिन हम लोग पूरी कोशिश करेंगें उन्हें रोकने की। विहिप नेता के मुताबिक, इस तरह की घटनाओं के कारण लव जिहाद की घटनाएँ बढ़ीं हैं।
प्रशासन अलर्ट
गौरतलब है कि बीते कुछ सालों में नवरात्रि के दौरान इस तरह की घटनाओं में इजाफा देखने को मिला है। इसलिए पुलिस प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। खुफिया विभाग भी नजर बनाए हुए है।