अफ्रीकी देश नाइजीरिया में तेल तस्करी के आरोप में पकड़े गए भारत के 3 नाविकों के दल को लगभग 9 माह बाद आखिरकार रिहा कर दिया गया है। ये तीनों शनिवार (10 जून 2023)को सकुशल केरल पहुँच गए हैं। वतन वापसी के बाद रिहा हुए नाविकों ने भारत सरकार का शुक्रिया अदा किया है। इस दौरान उन्होंने नाइजीरिया की जेल में अपने साथ हुए अत्याचारों के बारे में भी बताया है। नाविकों का आरोप है कि जेल में उन्हें टॉयलेट के लिए प्रयोग होने वाला पानी पीने पर मजबूर होना पड़ा था। इस दौरान कई बंदी बीमार भी हो गए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तीनों नाविकों को अगस्त 2022 में नाइजीरिया की पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इनके नाम सानू जोसेफ, वी विजिथ और वीर इदुन हैं। इन तीनों को नाइजीरया की जेल में अमानवीय ढंग से रखा गया। रिहा होने के बाद तीनों नाविकों ने बताया है कि उन्होंने अपनी घर वापसी की उम्मीदें छोड़ ही दीं थीं। जेल में रहने के दौरान इन तीनों को वो पानी पीने के लिए मजबूर किया गया जो शौचालय में प्रयोग होता था। साथ ही कैदियों को अक्सर मलेरिया बीमारी हो जाया करती थी। बीमारी के दौरान इन तीनों को अस्पताल में भर्ती करवा दिया जाता था।
कैदियों ने आगे बताया कि जेल में उन्हें तरह-तरह के डर दिखाए जाते थे। इसमें कभी न छूटने जैसी बातें भी शामिल होती थीं। रिहा हुए कैदियों का मानना है कि उनकी रिहाई में भारत सरकार ने काफी प्रयास किए। भारतीय पासपोर्ट की पहचान की प्रसंशा करते हुए नाविकों ने इसे दुनिया के लिए मूलयवान बताया। इन तीनों ने भारत सरकार के विदेश मंत्रालय, केरल सरकार के साथ नाइजीरिया में भारत के उच्चायुक्त जी. बालासुब्रह्मण्यम को भी उनके अथक प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया।
इन सभी का कोच्चि एयरपोर्ट इनके परिजनों और भारतीय अधिकारियों ने स्वागत किया। बताते चलें कि अगस्त 2022 में जब इन तीनों को सानू जोसेफ, वी विजिथ और वीर इदुन को नाइजीरिया में तेल की तस्करी के आरोप में पकड़ा गया था। तब उस जहाज पर चालक दल के कुल 26 लोग सवार थे जिसमें 16 भारतीय थे। गिरफ्तार किए गए सोनू जोसेफ इस पानी के जहाज के मुख्य ऑफिसर थे।