Sunday, December 22, 2024
Homeदेश-समाज20 करोड़ हो, पुलिस से मत डरो, लड़ कर मरो: समुदाय विशेष को भड़का...

20 करोड़ हो, पुलिस से मत डरो, लड़ कर मरो: समुदाय विशेष को भड़का रहे HC के पूर्व जज

इस विडियो में पूर्व जस्टिस कोलसे को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि आप लोग संख्या में कुछ कम नहीं हैं। 20-25 करोड़ की आबादी है, यदि रास्ते पर आते तो दुनिया हिल जाती लेकिन आप लोग डरते थे।

CAA, NRC और NPR पर देश के तथाकथित बुद्धिजीवी वर्ग ने भी जनता को गुमराह करने और भड़काने का खूब प्रयास किया है। इसी का एक उदाहरण बॉम्बे हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस बीजी कोलसे हैं। बीजी कोलसे का जनवरी माह में दिए गए भाषण का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। इसमें वे समुदाय विशेष के लोगों को उनका ‘संख्याबल’ याद दिलाते हुए उन्हें सड़कों पर उतरने की राय देते हुए देखे जा रहे हैं।

जिस विडियो से यह क्लिप ली गई है, उसमें पूर्व जस्टिस कोलसे समुदाय विशेष के लोगों से यह शिकायत भी करते हैं कि वो लोग कभी इकट्ठे नहीं होते। इसके कारण उन्हें आदिवासियों को अपनी सभाओं में बुलाना पड़ता है। पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने पूर्व जस्टिस बीजी कोलसे के भाषण को ट्वीट करते हुए लिखा है, “इस देश की अदालतें यूँ ही आतंकवादियों के लिए रात को नहीं खुल जातीं। यूँ ही दंगाइयों के अधिकारों के लिए खड़ी नहीं होती। ज्यूडिशियरी में #UrbanNaxals घुसे पड़े हैं। महाराष्ट्र के पूर्व न्यायाधीश को सुनिए- कैसे मुस्लिमों को भड़का रहे हैं- 20 करोड़ हो, पुलिस से मत डरो, लड़ कर मरो।”

इस विडियो में पूर्व जस्टिस कोलसे को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि आप लोग संख्या में कुछ कम नहीं हैं। 20-25 करोड़ की आबादी है, यदि रास्ते पर आते तो दुनिया हिल जाती लेकिन आप लोग डरते थे। कोलसे ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए आपत्ति जताते हुए कहा है कि उन्हें अपने ‘आरएसएस मुक्त भारत’ की सभा मे आदिवासी लाने पड़े, क्योंकि मुस्लिम नहीं आते थे।

उन्होंने कहा कि यह आप लोगों को निर्णय लेना है कि आप लड़कर मरेंगे या सड़कर मरेंगे। यह विडियो जनवरी, 2020 का है। वह जमात-ए-इस्लामी हिन्द के कार्यक्रम में जनसभा को सम्बोधित कर रहे हैं। विडियो के पूरे भाग में उन्होंने ब्राह्मणवाद पर भी कटाक्ष करते हुए कहा है कि जहाँ ब्राह्मणवाद की सरकार हो, वहाँ से भ्रष्टाचार कभी जा ही नहीं सकता है। यह कार्यक्रम जमात-ए-इस्लामी हिंद मुंबई, मराठी पत्रकार संघ और एसोसिएशन ऑफ प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स (एपीसीआर) की ओर से संयुक्त रूप में किया गया था।

जस्टिस कोलसे हमेशा ही अपने बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं। इससे पहले उन्होंने जस्टिस लोया की मृत्यु पर आरोप लगाते हुए कहा था कि किसी दिन उन्हें भी मार दिया जाएगा।

पूर्व जस्टिस बीजी कोलसे का यह पूरा भाषण आप इस लिंक पर देख सकते हैं –

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।

जिस संभल में हिंदुओं को बना दिया अल्पसंख्यक, वहाँ की जमीन उगल रही इतिहास: मंदिर-प्राचीन कुओं के बाद मिली ‘रानी की बावड़ी’, दफन थी...

जिस मुस्लिम बहुल लक्ष्मण गंज की खुदाई चल रही है वहाँ 1857 से पहले हिन्दू बहुतायत हुआ करते थे। यहाँ सैनी समाज के लोगों की बहुलता थी।
- विज्ञापन -