झारखंड स्थित राँची की ऋचा भारती का नाम तब प्रकाश में आया था जब उन्होंने कोर्ट द्वारा कुरान बाँटने के दिए गए आदेश को ठुकरा दिया था। अब बिहार के नालंदा में ऋचा भारती के पैतृक गाँव में उनके पिता प्रकाश उर्फ़ मोहन कुमार की गोली मार कर हत्या कर दी गई है। गत 19 फरवरी को उनके पिता को कुछ बदमाशों ने गोली मार दी। ऋचा की माँ द्वारा दर्ज कराई गई FIR के अनुसार, ये घटना उस समय घटी, जब ऋचा के पिता और उनकी माँ रात के 8.30 बजे दालान से अपने घर जा रहे थे।
ऋचा भारती के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, वो अपने खेत के पास ही थे कि तभी आठ बदमाशों ने कन्धों पर रायफल रखकर उन्हें घेर लिया और फायरिंग करने लगे। चंद्रमौली प्रसाद और रंजीत कुमार जब मोहन कुमार पर फायरिंग करने लगे तो वो घायल होकर वहीँ गिर गए। इसके बाद गुंडों ने घायल मोहन कुमार के गले में फंदा लगाया और उन्हें घसीटते हुए पास के कुँए में फेंक दिया।
बताया गया है कि जब परिवार के लोग उनके पीछे जाने लगे तो उन पर भी फायरिंग की गई। इसी बीच वहाँ पुलिस भी पहुँच गई। ऋचा की माँ ने FIR में बताया है कि इसका कारण रंजीत कुमार और चंद्रमौली की पुरानी रंजीश है। वो उन्हें मारना चाहते थे। 19 फरवरी को मौका पाते ही उन लोगों ने शिकायतकर्ता के पति मोहन कुमार की हत्या कर दी। व्यक्तिगत दुश्मनी में ये हत्या हुई है। हालाँकि, इस मामले का कुरान वाले केस से कोई लेनादेना नहीं है।
ऋचा ने आरोप लगाया है कि अब तक पुलिस ने इस मामले में किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया है। परिवार ने 8 नामजदों के बारे में अपनी शिकायत में बताया है और पुलिस इस पर जाँच करने की बात कह रही है।
ऋचा भारती की सुरक्षा को लेकर राँची में भी सवाल उठे थे। ऋचा भारती को झारखण्ड पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा था, जिसके लिए ऑपइंडिया ने आवाज़ उठाई थी। तब राँची के भाजपा सांसद संजय सेठ ने भी परिवार से बात कर के मदद का आश्वासन दिया था। अपनी शिकायत में ऋचा ने पुलिस को बताया था कि उनके घर के सामने मुस्लिम युवक थूक कर चले जाते हैं और चिल्लाते हुए कहते हैं, “कुरान की बेहूरमती का बदला, ऋचा भारती हम तुमसे लेकर रहेंगे‘।