Tuesday, November 19, 2024
Homeदेश-समाज'हम सब लंग्स के साथ साँस लेता है': पटाखा विरोधी 'कार्यकर्ता' रोशनी अली ने...

‘हम सब लंग्स के साथ साँस लेता है’: पटाखा विरोधी ‘कार्यकर्ता’ रोशनी अली ने ‘रक्तहीन ईद’ को समर्थन देने वाले यूजर को दिया ‘ज्ञान’

रोशनी अली एक टीवी डिबेट में हवा की गुणवत्ता के साथ महामारी के दौरान मेडिकल ऑक्सीजन की आवश्यकता को आपस में लिंक कर रही थीं। हालाँकि, पैनल में शामिल अन्य लोगों ने उन्हें बीच में ही रोक दिया, तभी वह 'नागिन डांस' करने लगीं।

हाल ही में एक ट्विटर यूजर ने ईद को निशाने पर लेते हुए ‘रक्तहीन ईद’ (‘Bloodless Eid’) मनाने का आह्वान किया। उन्होंने इसके लिए पटाखा विरोधी एक्टिविस्ट रोशनी अली को समर्थन देने का भी वचन दिया। ट्विटर यूजर रमणीक सिंह मान ने कहा, “पटाखा रहित दिवाली के असफल प्रयास के बाद मैं #BloodlessEid के लिए रोशनी अली को अपना समर्थन देने का वचन देता हूँ।”

इसके बाद रोशनी अली ने शनिवार (6 नवंबर 2021) को 34 सेकेंड का एक वीडियो शेयर कर यूजर को जवाब दिया। उन्होंने वीडियो में कहा, “जब कुछ ही महीने पहले ऑक्सीजन नहीं मिल रहा था, जब आदमी लोग मर रहा था रस्ता पे, फिर क्या कोविड पूछा कि आप हिंदू हैं, मुस्लिम हैं, क्रिश्चियन हैं, बुद्धिस्ट हैं? ये नहीं पूछा ना? हम लोग सब लंग्स (फेफड़े) के साथ साँस लेता है। ये एक सच्चाई है।”

उन्होंने आगे कहा, “आप इस मामले को ज्यादा पॉलिटिकल या कम्युनल मत कीजिए। सबके लिए सोचिए न कि कैसे हम एक नया भारत लेकर जा सकते हैं। जहाँ पर क्लिन, रिनुएवल एर्जी और अच्छा नया सोच रहे।”

बता दें कि तथाकथित ‘कार्यकर्ता’ रोशनी अली हाल ही में एक न्यूज चैनल पर डिबेट के दौरान ‘नागिन डांस’ करने लगी थीं। रिपब्लिक बांग्ला पर एक पैनल में शामिल अली को जब अपनी बात रखने का मौका नहीं मिला तो उन्होंने डांस करना (31:50 मिनट पर) शुरू कर दिया।

उस डिबेट में अली ने पटाखों पर प्रतिबंध की जरूरत के बारे में बताते हुए कहा था, “कुछ महीने पहले हम ऑक्सीजन के लिए परेशान थे और ऑक्सीमीटर पर अपने ऑक्सीजन के स्तर की जाँच कर रहे थे।” वह हवा की गुणवत्ता के साथ महामारी के दौरान मेडिकल ऑक्सीजन की आवश्यकता को आपस में लिंक कर रही थीं। हालाँकि, पैनल में शामिल अन्य लोगों ने उन्हें बीच में ही रोक दिया, तभी वह डांस करने लगीं।

उल्लेखनीय है कि अली पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध को खारिज करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश से नाराज हैं। उन्होंने कहा कि वह फिर से पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट में अपील करने वाली हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

The साबरमती Report: जरूर देखने के 7 कारण, 7 कारण इग्नोर करने के… और विवाद वाले 3 सीन

मारे गए 59 लोगों में से 41 का नाम ही अभी तक सार्वजनिक। अगर चाहते हैं कि बाकी 18 लोग अज्ञात बन कर न रह जाएँ - तो देखिए The साबरमती Report

इधर आपके बच्चे फेफड़े में भर रहे जहरीली हवा, उधर गुमराह करने वाले ‘रिसर्च’ शेयर कर प्रदूषण फैला रहा रवीश कुमार: पावर प्लांट की...

सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट का शीर्षक था, "थर्मल पावर प्लांट्स से बढ़ता SO₂ उत्सर्जन: FGD स्थापना में देरी नहीं होनी चाहिए।", जिसे मनोजकुमार एन ने लिखा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -