वैसे तो लॉकडाउन में RSS पूरे देश में लोगों की जम कर सेवा कर रहा है लेकिन मध्य प्रदेश के इंदौर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता सभी के लिए मिसाल पेश कर रहे। इंदौर में संघ और सेवा भारती के कार्यकर्ता कोरोना वायरस के संक्रमण से उपजी आपदा और लॉकडाउन के बीच पीड़ितों के घरों तक राशन-पानी पहुँचाने के काम में तत्पर हैं। इसी क्रम में प्रयागराज के एक मुस्लिम परिवार ने भी आपदा के समय RSS से मदद माँगी। इंदौर में फँसी छात्रा तक सारी सामग्रियाँ और मदद संघ ने तुरंत पहुँचाई, जिसके बाद मुस्लिम परिवार ने संघ को धन्यवाद दिया।
संघ उक्त छात्रा तक सुबह-शाम खाना पहुँचा रहा है। मदद के लिए छात्रा की माँ ने गुहार लगाई थी, जो पेशे से डॉक्टर हैं। माँ ने परिचितों के जरिए संघ कार्यालय में सम्पर्क कर के मदद माँगी थी। उनकी बेटी शीबा सिद्दीकी इंदौर के एक कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई कर रही हैं। देश भर में 24 मार्च से ही केंद्र सरकार ने लॉकडाउन कर रखा है, ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोका जा सके। शीबा भी इंदौर से अपने घर नहीं लौट पाईं। शीबा ने कलक्टर से गुहार लगाई थी कि उन्हें उनके घर जाने दिया जाए।
28 मार्च को उन्हें घर जाने की अनुमति मिल भी गई थी और इसके अगले ही दिन वो रवाना होने वाली थीं लेकिन कलक्टर बदल जाने के कारण शीबा का ये प्लान धरा का धरा रह गया। वो चिकित्सक नगर में रहती हैं। शीबा के कमरे में खाने-पीने का कोई सामान नहीं बचा था। उन्होंने अपनी माँ सलमा सिद्दीकी को ये बात बताई, जिन्हें अपनी बेटी के लिए चिंता होने लगी। शीबा किसी तरह सुबह कॉलेज और शाम को मेस में खा कर गुजारा कर रही थीं। इसी बीच सलमा के कुछ परिचितों ने उन्हें संघ का सम्पर्क नंबर दिया। स्वयंसेवक छात्र की सुरक्षा का भी ध्यान रख रहे हैं, जिससे परिजन निश्चिंत हैं।
संघ कार्यालय ने सारी जानकारी लेने के बाद सलमा को छत्रसाल नगर के नगर कार्यवाह गिरीश शर्मा से सम्पर्क करवाया। इसके बाद स्वयंसेवकों ने छात्रों तक सारी आवश्यक समाग्रियाँ पहुँचाई। अगर प्रयागराज की बात करें तो वहाँ भी संघ ने कुल 400 बस्तियों को चिह्नित कर के वहाँ काम करना शुरू किया है। वैसे तो संघ तीन हफ़्तों से राहत-कार्य में लगा है लेकिन अब उन इलाक़ों पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है, जहाँ शासन-प्रशासन को भी पहुँचने में दिक्कतें आ रही हैं।
हाल ही में मध्य प्रदेश की सीमा से सटे प्रयागराज के 275 गाँवों में संघ ने ज़रूरतमंदों की पूरी सूची तैयार की और उन सभी तक मदद पहुँचाई। इस काम में सेवा भारती को भी लगाया गया। राहत-कार्य में सोशल और फिजिकल डिस्टेन्सिंग का भी पालन किया जा रहा है। प्रयागराज में ऐसे 913 केंद्र खोले गए हैं, जहाँ से सामग्रियाँ भेजी जाती हैं। अकेले प्रयागराज में 2500 से ज्यादा स्वयंसेवकों को लगाया गया है। अब तक कुल 1.5 लाख लोगों तक राशन पहुँचाया जा चुका है।