उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज की 12वीं की परीक्षा में इस बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े चरखारी के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज ने बाजी मारी है। सरस्वती विद्या मंदिर के छात्र शुभ चपरा ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। शुभ सायंकालीन शाखा के कार्यवाह भी हैं।
शुभ चापरा बुंदेलखंड इलाके के महोबा के चरखारी के रहने वाले हैं। उन्होंने यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में 97.8 प्रतिशत अंक लाकर उत्तर प्रदेश में टॉप किया और महोबा के साथ-साथ विद्या मंदिर का नाम भी रोशन किया। शुभ ने कुल 500 अंकों में से 489 अंक हासिल किया है।
UP class 12 topper has studied in Saraswati Vidhya Mandir & he is a Sanghi attends evening Shakha. He wants to serve the Indian army.
— Mr Sinha (@MrSinha_) April 27, 2023
Not a hero material for "liberals/seculars".. pic.twitter.com/7VoShr993R
शुभ ने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, दोस्तों और शिक्षकों को दिया है। शुभ का कहना है कि उन्होंने पूरे साल गंभीरता से पढ़ाई की और विषय को समझने का प्रयास किया। आखिरी समय में 7-8 घंटे प्रतिदिन की कड़ी मेहनत की। शुभ के अनुसार, मॉडल पेपर, मॉक टेस्ट और यूट्यूब ने उनकी सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
प्रदेश टॉपर शुभ ने कहा कि उन्होंने अपनी पढ़ाई में 100 प्रतिशत देने का प्रयास किया। शुभ ने बताया कि गणित उनका पसंदीदा विषय है और वे विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई करना चाहते हैं। इसके बाद वे सिविल सर्विसेज की परीक्षा देकर IAS बनाना चाहते हैं।
फिल्मों को लेकर उन्होंने कहा कि इसके लिए वे अथक प्रयास करेंगे। उनका कहना है कि थियेटर में उन्होंने आजतक एक भी फिल्म देखी है और वह है सलमान खान की बजरंगी भाईजान। उन्होंने कहा कि फेसबुक-ट्विटर जैसे सोशल मीडिया साइटों पर वे बहुत कम सक्रिय रहते हैं।
शुभ के पिता सुरेंद्र चपरा पेंट का कारोबार करते हैं, जबकि माँ सुधा चपरा भाजपा महिला मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष हैं। शुभ के दो भाई शिक्षक हैं। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से प्रभावित हैं। वे यूपी और देश के मामलों पर भी अपनी निगाह रखते हैं।
विद्या मंदिर ने भी शुभ की सफलता पर खुशी जाहिर की है। बता दें कि इस साल 12वीं की परीक्षा में उत्तर प्रदेश में 75.52 प्रतिशत विद्यार्थी सफल हुए हैं। इस बार की परीक्षा में 83 प्रतिशत लड़कियाँ और 69 प्रतिशत लड़कों ने बाजी मारी है।