मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लोकायुक्त की टीम ने असिस्टेंट इंजीनियर हेमा मीणा के घर समेत 3 ठिकानों पर छापेमारी की। हेमा मीणा का मासिक वेतन 30 हजार रुपए है, लेकिन उनके घर में 30 लाख रुपए का टीवी मिला। 100 से अधिक कुत्तों समेत करीब 7 करोड़ रुपए की संपत्ति मिली है। लोकायुक्त ने यह कार्रवाई गुरुवार (11 मई 2023) को की।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हेमा मीणा मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में संविदा पर असिस्टेंट इंजीनियर हैं। लोकायुक्त को आय से अधिक संपत्ति को लेकर शिकायत मिली थी। इसके बाद टीम ने भोपाल से करीब 19 किलोमीटर दूर बिलखरिया स्थित उनके घर, रायसेन स्थित फार्म हाउस और ऑफिस पर छापेमारी की। हेमा मीणा के जिस घर पर लोकायुक्त ने कार्रवाई की, वह उनके पिता के नाम पर है। यह घर 20 हजार वर्ग फीट में फैला हुआ है और इसमें 40 कमरे हैं। इसकी कीमत करीब 1 करोड़ रुपए आँकी गई है।
वॉकी-टॉकी पर स्टाफ से बात करती थी हेमा मीणा
लोकायुक्त टीम को हेमा मीणा की करोड़ों रुपए की संपत्ति का पता चला है। सबसे अधिक चर्चा का विषय 30 लाख रुपए की कीमत वाला टीवी है। मीणा के घर पर यह टीवी बॉक्स में पैक कर रखा हुआ था। इसके अलावा, उनके फार्म हाउस में लोकायुक्त टीम को 100 से अधिक कुत्ते मिले हैं। इनमें से कई कुत्ते विदेशी नस्ल के हैं। इनकी कीमत भी लाखों में आँकी जा रही है। दिलचस्प बात यह है कि इन कुत्तों का खाना बनाने के लिए करीब ढाई लाख रुपए की रोटी मेकर मशीन भी मिली है। मीणा के फार्म हाउस में 60 से अधिक गायें भी मिली हैं।
हेमा मीणा के घर में बने बड़े से गैराज में थार समेत 20 लग्जरी कारों का जखीरा मिला। इस घर में काम करने वाले कर्मचारियों से बात करने के लिए वह वॉकी-टॉकी का उपयोग करती थीं। यही नहीं, हेमा मीणा ने अपने पिता के नाम पर जमीन भी खरीद रखी है। लोकायुक्त ने भोपाल के अलावा रायसेन और विदिशा के कई गाँव में जमीन खरीदी से जुड़े कागजात बरामद किए हैं। इसके अलावा, खेती से जुड़े उपकरणों में ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, धान बुवाई की मशीन समेत कई मशीनों की खरीदी के भी दस्तावेज मिले हैं।
13 साल से सरकारी नौकरी में हैं हेमा मीणा
हेमा मीणा मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के चपना गाँव की रहने वाली हैं। उनके पिता सामान्य किसान हैं। उनका अपने पति से तलाक हो चुका है। साल 2016 से वह पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में बतौर असिस्टेंट इंजीनियर काम कर रहीं हैं। इससे पहले वह कोच्चि में काम करती थी। वह बीते 13 सालों से सरकारी नौकरी में है। इस हिसाब से उनके पास 20-22 लाख रुपए के आसपास संपत्ति होनी चाहिए थी। लेकिन उनकी संपत्ति में 232 प्रतिशत का इजाफा हुआ और वह 7 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति की मालकिन बन गईं। लोकायुक्त की टीम ने अभी हेमा मीणा के बैंक खातों और जेवरों की कीमत का मूल्यांकन नहीं किया है। यह सब करने में लोकायुक्त टीम को 2-3 दिन का समय लग जाएगा।
पशुपालन अधिकारी बन घुसी लोकायुक्त टीम
हेमा मीणा के ठिकानों में छापेमारी करने के लिए लोकायुक्त की 50 सदस्यीय टीम उनके घर पहुँची थी। हालाँकि घर में मौजूद गार्ड्स और अन्य कर्मचारियों ने उन्हें अंदर से रोकने की कोशिश की। इस पर लोकायुक्त टीम ने खुद को पशुपालन विभाग का अधिकारी बताते हुए घर में एंट्री ली। कहा कि सोलर पैनल की जाँच करनी है। घर में प्रवेश करने के बाद टीम ने मीणा को एक कमरे में बैठा दिया और उनका फोन जब्त कर लिया।