रुपेश पांडेय के परिजनों ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की है। सोमवार (28 फरवरी 2022) को राँची में हुई मुलाकात के दौरान परिजनों ने रुपेश की निर्मम हत्या की सीबीआई जाँच की माँग की। सीएम सोरेन ने ट्वीट कर बताया है कि उन्होंने रुपेश की माँ उर्मिला पांडे और पिता सिकंदर पांडे को CBI जाँच की माँग पर विचार का भरोसा दिलाया है। आशवस्त किया है कि इस मामले की फास्ट ट्रैक सुनवाई होगी। साथ ही रुपेश की माँ की स्थायी आजीविका के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्री ने हजारीबाग़ के DC को रुपेश की माँ उर्मिला देवी के जीवन यापन के लिए उचित व्यवस्था करवाने का आदेश दिया। रुपेश के परिजनों के साथ बरही विधायक उमाशंकर अकेला और गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद रुपेश के चाचा अनिल पांडेय ने ऑपइंडिया को, “अभी तक तो सिर्फ बात हुई है। हम संतुष्ट तब होंगे जब किए गए वादे पूरे हो जाएँगे। मुख्यमंत्री ने 25 तारीख (25 मार्च 2022) तक सब पूरा हो जाने को कहा है। उन्होंने परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने के लिए भी कहा है। नौकरी ब्लॉक में देने के लिए कहा है।” अनिल पांडेय इस केस की FIR में आवेदक भी हैं।
पांडेय ने बताया, “हमें लोकल प्रशासन ज्यादा शोर-शराबा न करने के लिए कहता है। हमने इस केस में कुल 27 लोगों को नामजद किया है। लेकिन पुलिस ने सिर्फ 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना में मुख्य आरोपित इफ्तिकार आलम है। हमने उसका नाम भी पुलिस को नोट करवाया है। लेकिन उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया है। खुद ही प्रशासन वाले ट्वीट कर के 4-5 लोगों को ही आरोपित बताते हैं। वो इसे मॉब लिंचिंग नहीं मान रहे हैं।”
परिजनों ने मामले की जांच CBI से कराने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने परिजनों को आश्वस्त किया कि परामर्श के बाद सरकार निर्णय लेगी।रूपेश मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट की जाएगी।मुख्यमंत्री ने रूपेश की मां के स्थायी आजीविका हेतु @DC_Hazaribag को निदेश दिया है 2/2
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) February 28, 2022
उल्लेखनीय है कि झारखंड के हजारीबाग जिले के बरही थाना के दुलमाहा गाँव में मुस्लिम भीड़ ने 6 फरवरी 2022 को रुपेश की हत्या कर दी थी। हालाँकि झारखंड पुलिस इसे मॉब लिंचिंग मानने से इनकार कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह बात सामने आई थी कि चोट की वजह से रुपेश के इंटरनल ऑर्गन फेल हो गए थे। आँख, कान, छाती, पेट, पैर सहित पूरे शरीर पर चोट के निशान थे। मजबूत और भारी सामान से हमला किया गया था। धारदार हथियार से हमला हुआ। गला दबाने की कोशिश की गई। कान, गले और छाती के निचले हिस्से में घाव थे।
BJP प्रदेश अध्यक्ष से मिला पीड़ित परिवार
पीड़ित परिवार ने 27 फरवरी को झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश से भी मुलाकात की थी। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी मौजूद थे। सांसद दीपक प्रकाश ने DGP से फोन पर बात कर आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा था।
प्रदेश अध्यक्ष @dprakashbjp जी एवं नेता प्रतिपक्ष @yourBabulal जी के साथ रूपेश पांडे के परिवारजनों ने मिलकर अपनी व्यथा एवं पीड़ा सुनाई, प्रदेश अध्यक्ष जी ने तुरंत झारखंड पुलिस के DGP से फोन पर बात की और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करनी का निर्देश दिया।#justiceforRupeshPandey pic.twitter.com/XnqDLyRJNU
— Sarita Pandey (@SaritaPandeyBJP) February 27, 2022
क्या है FIR में?
ये घटना झारखंड के हजारीबाग के बरही थाना क्षेत्र की है। मृतक के चाचा अनिल कुमार पांडेय ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने बताया है कि रूपेश शाम के 5 बजे दुकान पर बैठा था, तभी उसके कुछ दोस्तों ने उसे सरस्वती पूजा विसर्जन में शामिल होने के लिए बुलाया। ये घटना 5 फरवरी, 2022 (रविवार) की है। चाचा ने बताया है कि कैसे असलम अंसारी उर्फ़ पप्पू मियाँ के नेतृत्व में मौजूद मुस्लिम भीड़ ने उनके भतीजे को पकड़ कर पीटा।
इस मामले में आरोपित हैं– असलम अंसारी, मोहम्मद नौशाद, मोहम्मद कैफ, मोहम्मद गुफरान, मोहम्मद चाँद, मोहम्मद ओसामा, मोहम्मद एहताम, मोहम्मद जाहिद, मोहम्मद सोनू, मोहम्मद फैसल, मोहम्मद शाहबाज, रब्बानी मियाँ, मोहम्मद आशिक, मोहम्मद जाशिद, मोहम्मद आशिक, मोहम्मद रिजवान, मोहम्मद सलमान, मोहम्मद इरफ़ान, मोहम्मद सलमान उर्फ़ भाले, मोहम्मद छोटे, मोहम्मद इस्तेखार, मोहम्मद इकबाल, मोहम्मद हसन, मोहम्मद अनीस और मोहम्मद नौशाद।