यह मामला बरेली के थानाक्षेत्र सुभाषनगर का है। यहाँ 9 मई 2024 को एक हिन्दू महिला ने अपनी नाबालिग बेटी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इस शिकायत में पीड़िता ने बताया था कि 9 मई को वो सपरिवार घर में सो रही थीं। जब वो सुबह सोकर उठी तो उनकी 17 वर्षीया बेटी घर में मौजूद नहीं मिली।
लड़की के परिजनों ने जान-पहचान और रिश्तेदारी में काफी खोजबीन की पर कुछ पता नहीं चला। इस तहरीर पर पुलिस ने 11 मई को अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ IPC की धारा 363 के तहत केस दर्ज कर के कार्रवाई शुरू कर दी थी। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।
पुलिस ने जाँच-पड़ताल शुरू की तो मामले में 21 वर्षीय सलमान का नाम आया। सलमान के अब्बा का नाम नबी अहमद है। वह बरेली के ही थानाक्षेत्र सीबीगंज का रहने वाला है। पुलिस को पता चला कि सलमान इससे पहले भी पीड़िता को भगा कर ले जा चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सलमान ने पीड़िता को इस्लाम कबूल करवा दिया था। मुस्लिम बनाने के बाद आरोपित लड़की को मरियम नाम से बुलाने लगा था। पुलिस से बचने के लिए सलमान लड़की को लेकर अपनी लोकेशन लगातार बदलता रहा। वह कभी हरियाणा गया तो कभी हिमाचल प्रदेश में कुछ दिनों तक रहा, मगर ढाई महीने तक छिप कर रहने के बाद सलमान पुलिस की तरफ से बेपरवाह हो गया। वह लड़की के साथ बरेली आ गया और यहीं पर रहने लगा।
इस दौरान सलमान हिन्दू संगठन के सदस्यों की नजर में आ गया। हिन्दू संगठनों ने सलमान की बरेली में मौजूदगी की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने दबिश देकर सलमान को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पीड़िता को बरामद करके अदालत में पेश किया। पुलिस को दिए गए बयान में पीड़िता ने बताया कि बहला-फुसला कर अपने साथ ले जाने के बाद सलमान ने उसे किराए के मकान में रखा और कई बार रेप किया। अपने धर्मान्तरण के आरोपों की भी पीड़िता ने पुष्टि की।
थाना सुभाषनगर @bareillypolice द्वारा नाबालिग लडकी को बहला फुसलाकर भगा ले जाकर बलात्कार करने तथा धर्म परिवर्तन कराने वाले अभि0 को गिरफ्तार किया गया। #UPPolice pic.twitter.com/3HVsaIaWrA
— Bareilly Police (@bareillypolice) August 4, 2024
पुलिस ने सलमान के खिलाफ पहले से दर्ज IPC की धारा 363 वाली FIR में 366, 376 (2)n के साथ पॉक्सो एक्ट व उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम की बढ़ोत्तरी की है। मामले में जाँच और अन्य जरूरी कार्रवाई की जा रही है। आरोपित को कानूनी कार्रवाई के बाद अदालत में पेश किया गया जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया है।