Monday, December 23, 2024
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विकास दुबे एनकाउंटर का शिवसेना ने किया समर्थन, संजय राउत ने कहा- अपराधी के मारे जाने पर आँसू बहाने की जरूरत नहीं

"अगर 8 पुलिसकर्मी ऐसे मारे जाते हैं तो राज्य सरकार के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं बचता। अगर पुलिस ने एनकाउंटर किया है तो किसी को भी सवाल नहीं उठाना चाहिए - चाहे वह मीडिया हो, राजनीतिक दल हो या फिर मानवाधिकार आयोग। जाँच किया जाए, लेकिन राजनीतिकरण न करें।"

उत्तर प्रदेश के कानपुर में विकास दुबे के एनकाउंटर पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। कॉन्ग्रेस समेत कई पार्टियाँ जहाँ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर सवाल दाग रही हैं। वहीं शिवसेना ने यूपी पुलिस की कार्रवाई का समर्थन किया है। शिवसेना सांसद संजय राउत का कहना है कि पुलिस के एक्शन पर प्रश्न चिन्ह नहीं लगाना चाहिए।

शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा यूपी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल ना उठाए जाए। जिन गुंडों ने पुलिस की हत्या की उस पर सवाल उठना चाहिए, पुलिस पर नहीं। विकास दुबे का एनकाउंटर लॉ एंड आर्डर का हिस्सा था।

संजय राउत ने कहा, “एक असामाजिक तत्व जो गुंडों का एक गिरोह चलाता है, जब कोई उसके जैसा आदमी वर्दीधारी पर हमला करता है, आठ को मारता है, तो उसे माफ नहीं किया जा सकता है। अगर वह मुठभेड़ में मारा गया है, तो मुझे लगता है कि पुलिस पर सवाल उठाना और उनका मनोबल गिराना सही नहीं है।”

उन्होंने आगे कहा, “अगर 8 पुलिसकर्मी ऐसे मारे जाते हैं तो राज्य सरकार के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं बचता। अगर पुलिस ने एनकाउंटर किया है तो किसी को भी सवाल नहीं उठाना चाहिए – चाहे वह मीडिया हो, राजनीतिक दल हो या फिर मानवाधिकार आयोग। जाँच किया जाए, लेकिन राजनीतिकरण न करें।”

संजय राउत ने कहा, ‘‘विकास दुबे ने आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की थी। वर्दी पर हमला करने का मतलब है कि कोई कानून और व्यवस्था नहीं है। राज्य पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई करना आवश्यक है, चाहे वह महाराष्ट्र हो या उत्तर प्रदेश।’’ राज्यसभा सांसद ने आगे कहा, ‘‘एक मुठभेड़ में दुबे के मारे जाने पर आँसू बहाने की कोई जरूरत नहीं है। पुलिस कार्रवाई पर सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं?’’

गौरतलब है कि 2 जुलाई की रात कानपुर के बिकरु गाँव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने का आरोपित और उत्तर प्रदेश का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) शुक्रवार (जुलाई 10, 2020) सुबह भागने की कोशिश करते हुए पुलिस एनकाउंटर में मारा गया।

बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना और कॉन्ग्रेस सत्ता में साथी हैं, लेकिन दोनों की इस मुद्दे पर अलग लाइन है। कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने कहा, “बीजेपी की सरकार ने उत्तर प्रदेश को ‘अपराध प्रदेश’ में बदल दिया है। विकास दुबे जैसे अपराधी सत्ता में बैठे लोगों की देखरेख में आगे बढ़ रहे हैं और उन्हें बचाया भी जा रहा है। कॉन्ग्रेस पूरे कानपुर कांड की जाँच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से कराने की माँग करती है।”

इस एनकाउंटर पर कॉन्ग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने सवाल खड़े किए हैं। मायावती की ओर से माँग की गई है कि इस एनकाउंटर की जाँच की जाए और सुप्रीम कोर्ट उसकी निगरानी करे। वहीं अखिलेश यादव ने माँग की है कि विकास दुबे की फोन कॉल को सार्वजनिक कर देना चाहिए, ताकि उसके साथियों का नाम सामने आ जाए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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