क्या एसडीएम ज्योति मौर्या अपने पति आलोक की हत्या की प्लानिंग कर रही थी? क्या इसमें उसका कथित प्रेमी होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे भी शामिल था? ये सवाल दोनों के नाम से वायरल हो रहे व्हाट्सएप चैट और ऑडियो से खड़े हो रहे हैं। हालाँकि ऑपइंडिया इन स्क्रीनशॉट और ऑडियो की पुष्टि नहीं करता। लेकिन मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि इनके आधार पर ही विभागीय जाँच में मनीष दुबे के निलंबन और उस पर FIR की संस्तुति की गई है।
आज तक ने अपने पास वे व्हाट्सएप चैट होने का दावा किया है, जिसके आधार पर एफआईआर की सिफारिश की है। इन चैट में आलोक को रास्ते से हटाने की बात की गई है। आलोक ने अपनी शिकायत में भी ज्योति और मनीष पर अपनी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था। रिपोर्ट में प्रकाशित एक स्क्रीनशॉट में मनीष से ज्योति अधूरी बात पूरी करने को कहती है। जवाब में मनीष कहता है, “क्यों न बीच से उसे हटा दें हमेशा के लिए जो बार-बार हम लोगों को डिस्टर्ब कर रहा है।” अगले मैसेज में ज्योति पूछती है- आलोक को। जवाब में मनीष ‘हाँ’ कहता है। आगे वह कहता है, “कहानी ही खत्म कर दें उनकी।” इस चैट में कुछ संदेश डिलीट भी किए गए हैं। दिख रहे संदेशों में मनीष दुबे ने ज्योति से फोन काटने की वजह भी पूछी है। जवाब में ज्योति उससे खुद ही समझ जाने को कहती है।
बताया जा रहा है कि शासन कभी भी मनीष दुबे को सस्पेंड कर सकता है। मामले की जाँच DIG होमगार्ड संतोष सिंह ने की थी। DG होमगार्ड बी के मौर्य के मुताबिक जाँच रिपोर्ट में ठोस सबूत मिले हैं, जिसके आधार पर मनीष के खिलाफ न सिर्फ निलंबन बल्कि FIR की भी संस्तुति की गई है।
वहीं सोशल मीडिया पर एक ऑडियो भी वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह ऑडियो ज्योति और मनीष के बीच हुई बातचीत का है। इस ऑडियो में ज्योति को मनीष जल्दी तलाक लेने के लिए कह रहा है। वहीं आलोक पर दहेज़ की झूठी शिकयत दर्ज करवाने के बावजूद उसके बच जाने का जिक्र ज्योति कर रही है। इस बातचीत में गाड़ी से आलोक को कुचल देने, खाने में जहर देने जैसी बातचीत भी सुनाई पड़ती है। ऑपइंडिया इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता।
गौरतलब है कि जून 2023 में सफाईकर्मी अलोक मौर्या ने अपनी पत्नी ज्योति पर खुद को धोखा देकर होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे से अफेयर का आरोप लगाया था। शिकायत के बाद मनीष दुबे का ट्रांसफर महोबा कर दिया गया था। वहीं बरेली चीनी मिल में तैनात ज्योति मौर्य के खिलाफ भी जाँच चल रही है। शासन जल्द ही इस मामले में कोई निर्णय ले सकता है।