कर्नाटक के मैसूर में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और बजरंग दल को खुली धमकी दी है। उनकी यह धमकी कैमरे में कैद हो गई है। जानकारी के मुताबिक SDPI नेता नूरुद्दीन फारूकी ने RSS और बजरंग दल को धमकी देते हुए कहा कि ‘टीपू सुल्तान की सेना’ उनकी ‘आँखें निकाल लेगी’। बता दें कि नूरुद्दीन फारूकी मैसूर में आयोजित किए गए विरोध प्रदर्शन का हिस्सा था।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मैसूर में हिंदू समूहों द्वारा श्रीरंगपटना मस्जिद में हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई थी, क्योंकि समूहों ने दावा किया है कि अभी जिस स्थान पर मस्जिद है, वहाँ पर पहले एक हनुमान मंदिर हुआ करता था। इसके बाद एसडीपीआई ने योजनाबद्ध कार्यक्रम के विरोध में मार्च का आयोजन किया था और इस दौरान एसडीपीआई सदस्य ने विरोध के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। यह विरोध प्रदर्शन 6 दिसंबर को किया गया था।
एसडीपीआई सदस्य के भाषण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें नूरुद्दीन कहता है, “मैं कर्नाटक में बजरंग दल और आरएसएस से कहना चाहता हूँ कि अगर वे धर्मनिरपेक्षता को नष्ट करना चाहते हैं और श्रीरंगपटना मस्जिद को देखने की हिम्मत करते हैं, तो टीपू सुल्तान का हर एक सैनिक आपकी आँखें फोड़ने के लिए तैयार है। आप चाहे जितना भी बड़ा मंदिर का निर्माण करें, वहाँ अल्लाहु अकबर का नारा गूँजेगा।”
Tipu Sultan Party members say they will gouge out eyes of RSS/Bajrang Dal cadres if they attempt to take back temples in Karnataka. Jehadis say they will demolish the Ram Temple in Ayodhya and again build a mosque over it. Hindus shouldn't dismiss these threats. pic.twitter.com/0CiOYZd7Kw
— Rakesh Krishnan Simha (@ByRakeshSimha) December 13, 2021
नूरुद्दीन ने TNM से इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि मस्जिद में हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए हिंदू समूहों के कार्यक्रम के ‘प्रतिशोध’ के रूप में विरोध प्रदर्शन किया गया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि यह कर्नाटक के मंत्री केएस ईश्वरप्पा और कर्नाटक के भाजपा विधायक यतनाल द्वारा पहले दिए गए एक बयान का जवाब था, जिन्होंने पहले भी कई भड़काऊ टिप्पणियाँ की हैं।
एसडीपीआई के वरिष्ठ सदस्य ने मामले को थोड़ा शांत करने की कोशिश में TNM से कहा, “SDPI सदस्य ने केवल इतना कहा था कि अगर RSS संविधान, या धर्मनिरपेक्षता या मस्जिद को नष्ट करने के लिए आता है, तो वह उनकी आँखें फोड़ देगा। कर्नाटक के मंत्री ईश्वरप्पा और सांसद अनंतकुमार हेगड़े पहले भी इसी तरह के बयान दे चुके हैं। यतनाल ने भी अपशब्द कहे हैं। उनकी तुलना में यह कोई बड़ी बात नहीं है।”
इस मामले पर टाइम्स नाउ से बात करते हुए, कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि उन्होंने मैसूर पुलिस को मामले का स्वत: संज्ञान लेने और उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।