झारखंड के दुमका में धारा 144 लागू कर दी गई है। 16 वर्षीय छात्रा अंकिता कुमारी सिंह की मौत के बाद हुए प्रदर्शनों को देख ऐसा किया गया है। 23 अगस्त 2022 को शाहरुख ने पेट्रोल छिड़क अंकिता को आग लगा दी थी। इलाज के दौरान हिंदू युवती ने 27 अगस्त को दम तोड़ दिया था।
मौत की खबर मिलने के बाद से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। घटना के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं। दुमका में दुकानें बंद हो गई। रिपोर्टों के अनुसार इलाके में तनाव व्याप्त है। प्रभात खबर में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार अंकिता के परिजनों को शाहरुख के बड़े भाई की ओर से धमकी मिल रही है। पीड़ित परिवार ने यह दावा करते हुए सुरक्षा की माँग की है। रिपोर्ट में बताया गया है कि मौत से पहले अंकिता ने भी शाहरुख के परिजनों से अपने घरवालों को धमकी मिलने की बात कही थी।
अंकिता की मौत के बाद दुमका में प्रदर्शन
अंकिता की मौत के बाद भाजपा, विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ आम लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। दुमका बाजार बंद करवा दिया। ये सभी फास्ट टैक कोर्ट में मामले की सुनवाई कराने, हत्यारोपी को फाँसी की सजा देने, पीड़ित परिवार को मुआवजे की माँग कर रहे हैं। दुमका एसपी रविवार शाम (28 अगस्त 2022) अंकिता के घर पहुँचे। उन्होंने परिजनों को आश्वासन दिलाया कि कि मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करवाई जाएगी।
एसडीओ महेश्वर महतो ने अंकिता की मौत के बाद दुमका में प्रदर्शन और तेज होने की आशंकाओं के मद्देनजर अगले आदेश तक धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है। इसके तहत 5 या उससे अधिक लोगों का जमावड़ा पूर्णतः निषेद्य रहेगा। बिना किसी अनुमति के किसी भी प्रकार का धरना-प्रदर्शन, सार्वजनिक रूप से सामूहिक भोज, जूलूस और रैली का आयोजन प्रतिबंधित रहेगा।
बता दें कि झारखंड के दुमका में अंकिता के ऊपर हमला मंगलवार (23 अगस्त) की सुबह हुआ था। अंकिता ने मरने से पहले पुलिस को बताया था कि शाहरुख उसे आए दिन तंग करता था। उसे दोस्ती के लिए कहता था। लेकिन अंकिता ने जब बात नहीं मानी तो उसने उसे जान से मारने की धमकी दी। अधिकारियों ने अंकिता और उसके परिजनों के बयान के बाद घटना वाले दिन ही शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया था।