दिल्ली सीमा पर जुटने के लिए पंजाब से किसान निकलकर शंभू बॉर्डर पर जुटे हैं। इस बीच प्रशासन उन्हें समझाने की, मनाने की, उनकी बात सुनने की कोशिश कर रहा है। लेकिन कुछ उपद्रवी तत्व ऐसे हैं जिनकी मंशा किसानों के हित की नहीं बल्कि अपने एजेंडे को अंजाम देने की है। शंभू बॉर्डर से एक कथित किसान का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में वो पीएम मोदी को धमकी देता दिख रहा है।
ये वीडियो अजीत अंजुम के चैनल पर मौजूद है। वीडियो में 21:37 सेकेंड के बाद इस कथित किसान की धमकी को सुना जा सकता है। प्रदर्शन करने निकला ये ‘किसान’ कहता है- “अगर मोदी आया न वापस पंजाब तो उसे इस आँसू गैस के दर्शन कराएँगे वो टेंशन न लें। पिछली बार आया था न फिरोजपुर से भाग गया था। बहाना मारा था कि मैं बच के आ गया। इस बार आएगा तो बच के नहीं जाएगा।”
"मोदी पिछली बारतो पंजाब से बच कर चला गया था इस बार पंजाब आया तो बचेगा नहीं"
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) February 14, 2024
मिलिए आंदोलनकारी से और मुझे बताएं कि इसे किसान कहूं, अन्नदाता कहूं, या आतंकवादी कहूं ? pic.twitter.com/iOlARrlzqr
किसान आंदोलन में खालिस्तानी तत्व
बता दें कि पुरानी घटनाओं को देखते हुए और खुफिया रिपोर्ट्स के मद्देनजर शुरू से ही किसानों के इस आंदोलन पर और इसमें शामिल अराजक तत्वों की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं।
इससे पहले एक यूट्यूब चैनल सत्य खबर ने 12 फरवरी को एक वीडियो साझा किया। इस वीडियो में कुछ सिख खालिस्तान की माँग करते दिख रहे हैं। उनमें से एक सिख ने कहा, “हम सिंघु बॉर्डर पर खड़े हैं, जहाँ तुम लोगों ने बैरिकेड लगा रखे हैं। एक काम करो: हरियाणा के बॉर्डर को हमेशा के लिए बंद कर दो। हम पाकिस्तान के साथ सीमा खोलेंगे। तुम लोगों ने हमें भारत से अलग किया तो अब अलग ही हो जाते हैं।”
इसके बाद इन लोगों ने केंद्र की मोदी सरकार पर भी निशाना साधा। उस कथित किसान ने आगे कहा, “मोदी सरकार पंजाब को अपना नहीं समझती है। अगर वो पंजाब को अपना नहीं समझते हैं तो हमें अलग हो जाने दो। हमें अपना देश खालिस्तान बनाने दो। हम पाकिस्तान के साथ जुड़ जाएँगे। हमने दीवारें नहीं बनाईं, तुमने बनाईं। तुमने हमें भारत से अलग कर दिया है। अब हम खालिस्तान बनाएँगे।”
किसान आंदोलन में इस तरह के बयान आने से पहले ट्रैक्टर पर भिंडरावाले की फोटो वाला झंडा भी देखा गया था और अब खुलेआम पीएम मोदी को धमकी दी जाने लगी है।
पंजाब में हुई थी पीएम की सुरक्षा में सेंध
धमकी में जिस पंजाब की घटना का जिक्र है वो 5 जनवरी 2022 की है। उस समय पीएम मोदी का विमान बठिंडा में लैंड हुआ था, जहाँ से उन्हें हैलीकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित ‘नेशनल मार्टियर्स मेमोरियल’ जाना था। वहाँ उन्हें ‘राष्ट्रीय शहीदी स्मारक’ में बलिदानी क्रांतिकारियों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि अर्पित करनी थी।
बारिश और विजिबिलिटी कम होने के कारण उन्हें मौसम के ठीक होने के लिए 20 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। जब मौसम ठीक नहीं हुआ तो निर्णय लिया गया कि सड़क मार्ग से ही प्रधानमंत्री हुसैनीवाला तक का सफर तय करेंगे। जब प्रधानमंत्री का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुँचा तो वहाँ पता चला कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने रास्ता जाम कर के रखा हुआ था।
हुसैनीवाला से 30 किलोमीटर दूर पीएम मोदी का काफिला फँसा रहा। लगभग 15-20 मिनट तक पीएम मोदी वहाँ फँसे रहे। यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी सेंध था। सड़क मार्ग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा दो घंटे में तय होनी थी, जिसके लिए पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक (DGP) को ज़रूरी प्रबंधन करने के निर्देश दे दिए गए थे।