दिल्ली पुलिस ने शोएब खान (18) को पहचान बदलकर 15 साल की लड़की को झाँसा देने, अपहरण और जबरन निकाह की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया था। अब इस मामले में हैरान करने वाले डिटेल सामने आए हैं। पता चला है कि शोएब ने एसके सिन्हा नाम से लड़की से संपर्क किया था। सीसीटीवी फुटेज खँगालने और सैकड़ों लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस नाबालिग को बरामद करने में कामयाब रही ।
नाबालिग को दिल्ली के राजौरी गार्डन इलाके से 46 दिन पहले फेसबुक पर एसके सिन्हा बने शोएब खान ने अगवा किया गया था। लड़की की तलाश के लिए पुलिस ने कई सीसीटीवी फुटेज खँगाले। 300 से ज्यादा ऑटो ड्राइवर से पूछताछ की। इस पूरे मामले में एएसआई संजीव, एसआई प्रकाश कश्यप और हेड कांस्टेबल शौकत अली की भूमिका सराहनीय रही। उन्होंने नाबालिग का पता लगाने के लिए घर-घर पूछताछ की और 46 दिनों के बाद लड़की को बरामद कर उसके परिवार को सौंपा।
मामले में सामने आई जानकारी के मुताबिक, राजस्थान के मेवात के रहना वाला 18 वर्षीय शोएब फेसबुक पर एसके सिन्हा के नाम से लड़कियों से दोस्ती करता था और उन्हें अपने प्रेमजाल में फँसाता था। आरोपित ने जुलाई 2019 में 15 वर्षीय पीड़िता को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। इसके बाद उसने फेसबुक पर उससे चैट शुरू कर दिया। इस साल 22 अक्टूबर को वह दिल्ली नाबालिग से मिलने पहुँचा और उस पर शादी का दबाव बनाया।
आरोपित शोएब लड़की को बहला-फुसलाकर अपने साथ बिहार के मुजफ्फरपुर ले गया। वहाँ से वह आजमगढ़ अपने दोस्त के पास आया और कुछ दिन रहा। वहीं लड़की के लापता होने के बाद पीड़ित के पिता ने राजौरी गार्डन पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस को जाँच के दौरान फर्जी नाम से फेसबुक एकाउंट का पता चला।
पुलिस को आगे की जाँच में शोएब के निवास स्थान राजस्थान जिला अलवर का पता चला। वहीं जब पुलिस की एक टीम ने उसके गाँव में छापा मारा तो पाया कि आरोपित और उसका परिवार कानून प्रवर्तन अधिकारियों की गिरफ्त से पहले ही फरार चल रहे थे। जाँच में पुलिस को पता चला है कि आरोपित 26 अक्टूबर को फरीदाबाद मेट्रो स्टेशन पहुँचा था और फरीदाबाद से बदरपुर के लिए एक ऑटो में सवार हुआ। हालाँकि, पुलिस से बचने के लिए उसने पीड़िता को वाहन में छोड़ दिया और भाग गया। अली द्वारा एकत्र किए गए खुफिया जानकारी के आधार पर खान को बदरपुर से गिरफ्तार किया गया था।
दिल्ली पुलिस ने आरोपित के खिलाफ अपहरण, छेड़छाड़, जबरन शादी और आपराधिक साजिश का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि बाल कल्याण आयोग को पीड़िता द्वारा दिए गए बयान और मेडिकल परीक्षा परिणामों के आधार पर बलात्कार का भी मामला दर्ज किया जाएगा।