उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के श्री वार्ष्णेय कॉलेज कैंपस में एक मुस्लिम प्रोफेसर के नमाज पढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। इस वीडियो को देखने के बाद हिंदूवादी संगठनों ने प्रोफेसर द्वारा कॉलेज परिसर में पढ़ी गई नमाज पर आपत्ति जाहिर की है। वहीं इस मामले में कॉलेज के प्रिंसिपल ने भी विभागीय जाँच के लिए आवश्यक आदेश दिए हैं।
भाजपा नेता अमित गोस्वामी ने इस वीडियो को देखने के बाद कार्रवाई की माँग की है। उन्होंने शिक्षक की पहचान एस आर खालिद बताई है और मामले में तत्काल एक्शन लेने के लिए अनुरोध किया है। गोस्वामी के अनुसार, प्रोफेसर खालिद कॉलेज की लॉ फैकल्टी के सदस्य हैं और इस तरह उनका परिसर में नमाज पढ़ना, कॉलेज में धर्म के आधार पर अलगाव फैला कर शांति व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश है।
UP: A video of a teacher offering Namaz at Shri Varshney College in Aligarh went viral
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 28, 2022
A committee will be formed & then on the basis of the report action will be taken. We'll not allow such activities to happen in college: College Principal, Professor Anil Kumar Gupta pic.twitter.com/lNui6kBAcU
उनकी वीडियो देखने के बाद अमित ने कॉलेज प्रिंसिपल से बात की थी। हालाँकि अभी प्रोफेसर के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। कॉलेज प्रिंसिपल व प्रोफेसर अनिल गुप्ता ने मामले में संबंध में कहा है, “एक कमेटी बनाई जाएगी। फिर रिपोर्ट के आधार पर एक्शन लिया जाएगा। हम ऐसे कृत्यों को कॉलेज में बढ़ावा नहीं दे सकते हैं।”
उत्तर प्रदेश: अलीगढ़ के एक कॉलेज में एक शिक्षक का नमाज अदा करते वीडियो वायरल हुआ। प्राचार्य प्रोफेसर अनिल कुमार गुप्ता ने बताया, “कार्यवाहक प्राचार्य को बुलाकर मामले की जानकारी ली है। समिति गठन कर रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी। भविष्य में ऐसी गतिविधियों को नहीं होने देंगे।” pic.twitter.com/MFhLxzclJG
— News India DT (@NewsIndiaDT) May 28, 2022
वहीं भाजपा की यूथ विंग कार्यकर्ताओं ने मामले के तूल पकड़ने के बाद धमकी दी है कि अगर प्रोफेसर के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जाती है तो वो परिसर के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। अमित गोस्वामी के अनुसार, पहले ये मुद्दा कॉलेज के छात्रों ने ही उठाया था लेकिन प्रशासन ने इस पर कार्रवाई नहीं की। इसके बाद उनके पास ये वीडियो आई। अब एफआईआर के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जब प्रोफेसर खालिद से इस विषय टिप्पणी करने को कहा गया तो उन्होंने कमेंट करने से मना कर दिया। वहीं सर्कल ऑफिसर मनीष कुमार शांडिल्य ने बताया कि केस में कोई एफआईआर अब तक दर्ज नहीं हुई है।