सीरम इंस्टीट्यूट ने राज्यों को दी जाने वाली कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत 100 रुपए घटा दी है। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने अपने कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ की राज्य सरकारों के लिए कीमत 400 रुपए प्रति खुराक तय की थी। अब इसे 300 रुपए प्रति खुराक कर दिया गया है। खुद एसआईआई के सीईओ अदार पूनावाला ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।
As a philanthropic gesture on behalf of @SerumInstIndia, I hereby reduce the price to the states from Rs.400 to Rs.300 per dose, effective immediately; this will save thousands of crores of state funds going forward. This will enable more vaccinations and save countless lives.
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) April 28, 2021
उन्होंने कहा, ”सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की तरफ से राज्य को दी जाने वाली वैक्सीन की कीमत 400 रुपए से घटाकर 300 रुपए प्रति डोज करता हूँ और यह तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इससे राज्य के हजारों करोड़ रुपए की बचत होगी। इससे और ज्यादा वैक्सीनेशन हो पाएगा और अनगिनत जिंदगियाँ बचाई जा सकेंगी।”
IMPORTANT ANNOUNCEMENT pic.twitter.com/bTsMs8AKth
— SerumInstituteIndia (@SerumInstIndia) April 21, 2021
दरअसल, 1 मई से देश में कोरोना वैक्सीनेशन का अगला चरण शुरू हो रहा है। इसके तहत 18 साल से ऊपर के लोग भी कोरोना से बचाव की वैक्सीन लगवा सकेंगे जिसके लिए आज से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो चुका है। इस चरण के लिए केंद्र ने राज्यों और प्राइवेट अस्पतालों को सीधे वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों से वैक्सीन खरीदने की छूट दी है। सीरम इंस्टिट्यूट ने ऐलान किया था कि वह राज्यों को 400 रुपए प्रति डोज के हिसाब से कोविशील्ड की सप्लाई करेगी। प्राइवेट अस्पतालों के लिए यह कीमत 600 रुपए प्रति डोज है। अब राज्यों के लिए यह कीमत 400 रुपए से घटकर 300 रुपए प्रति डोज हो गई है।
कोविशील्ड की कीमत पर सवाल भी उठे थे। सोशल मीडिया पर तमाम यूजर इस बात को उठा रहे थे कि एस्ट्राजेनेका की जिस वैक्सीन को सीरम ने बनाया है, वह भारत में सबसे महँगी क्यों है जबकि अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में इसकी कीमत भारत के मुकाबले आधे या उससे भी कम रखी गई है। इसके अलावा, केंद्र सरकार ने भी सीरम और भारत बायोटेक से वैक्सीनों की कीमत घटाने की अपील की थी। अब सीरम ने राज्यों के लिए कोविशील्ड की कीमत घटा दी है। हालाँकि, प्राइवेट अस्पतालों को यह 600 रुपए प्रति डोज के हिसाब से ही मिलेगी।