जहाँगीरपुरी हिंसा में गोलीबारी करने वाले सोनू चिकना उर्फ इमाम उर्फ यूनुस को रोहिणी कोर्ट ने चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। सोनू चिकना को मंगलवार (19 अप्रैल 2022) को दिल्ली पुसिल द्वारा कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद कोर्ट ने उसे पुलिस हिरासत में भेजा है। 28 वर्षीय सोनू को दिल्ली पुलिस ने सोमवार (18 अप्रैल 2022) को गिरफ्तार किया था। उस पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। वह जहाँगीरपुरी के सी-ब्लॉक का रहने वाला है।
#UPDATE | Rohini court sent an accused named Sonu alias Imam alias Yunus to four days of police custody in connection with the Jahangirpuri violence case
— ANI (@ANI) April 19, 2022
पुलिस पूछताछ में सोनू ने हिंसा के दौरान गोली चलाने की बात कबूल ली है। साथ ही पुलिस ने वह पिस्तौल भी बरामद कर ली है जिससे उसने हिंसा के दौरान गोली चलाई थी। पुलिस ने बताया ये पिस्तौल उसने दिल्ली में ही अपने किसी जानने वाले शख्स से ली थी। हालाँकि वह कौन है इसके बारे में अभी तक पता नहीं चला है, इसी का जवाब पुलिस तलाश रही है। हालाँकि अभी तक पूछताछ में सोनू ने जो बताया है दिल्ली पुलिस उससे संतुष्ट नहीं है इसलिए पुलिस ने कोर्ट से उसकी रिमांड की माँग की थी।
पुलिस ने पूछताछ के लिए सात दिन की पुलिस कस्टडी की माँग की थी। हालाँकि रोहिणी कोर्ट द्वारा सुनवाई करते हुए चार दिन की पुलिस कस्टडी पर सोनू चिकना को भेजा गया, जिसमें अब क्राइम ब्रांच कई अहम पहलुओं पर पूछताछ करेगी।
हनुमान जयंती के दिन शोभायात्रा पर पथराव और हिंसा के दौरान गोली चलाते हुए एक सोनू शेख उर्फ सोनू चिकना का वीडियो वायरल हुआ था। सोनू पत्थरबाजों के बीच में आकर सीधे पुलिसकर्मी और शोभायात्रा निकाल रहे लोगों पर गोली चलाता हुआ दिखा था, वह नीले रंग के कुर्ते में था। पुलिस लगातार इस व्यक्ति की पहचान करने में जुटी थी।
अब तक की जाँच के आधार पर दंगे में सोनू की बड़ी भूमिका मानी जा रही है। बता दें कि सोनू वही शख्स है जिसके बारे में उसकी अम्मी ने हाल ही में कई चैनलों से बातचीत में कहा था कि उसका बेचा सीधा-साधा है। वह पाँच वक्त का नमाजी है। उसने सिर्फ अपने समुदाय के लोगों की रक्षा के लिए बंदूकें चलाई थी। वह तो बस लोगों को डराना चाहता था। वहीं परिवार की एक महिला का कहना है कि उसने मस्जिद की रक्षा के लिए गोली चलाई थी।