Sunday, November 17, 2024
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मथुरा: RSS कार्यालय पर मुस्लिम भीड़ ने किया पथराव, सरिया चुराते पकड़ा गया था एके खान

चोरी के आरोप में मुस्लिम समुदाय के दो युवकों को पुलिस को सौंपने के विरोध में मंगलवार शाम करीब 4 बजे आजमपुर से समुदाय विशेष के करीब 40-50 युवक और महिलाओं ने केशव भवन पर हमला बोल दिया।

मथुरा में RSS के कार्यालय पर मजहब विशेष के कम से कम 50 लोगों ने सामूहिक रूप से आकर RSS कार्यकर्ताओं के साथ पथराव और मारपीट की, जिसमें दो स्वयंसेवकों को चोट आईं हैं। कार्यालय परिसर में निर्माण कार्य के दौरान स्वयंसेवकों ने समुदाय विशेष के एक युवक चाँद बाबू उर्फ़ एके खान को सरिया चोरी करते हुए पकड़ा था, जिसे पुलिस को सौंप दिया गया। यही आरोपित एके खान अपने भाई बबलू और पिता मुख्तियार खान समेत अन्य साथियों के साथ RSS कार्यालय पहुँचा और हमला बोल दिया।

मजहबी भीड़ द्वारा किए गए इस सामूहिक हमले के एक दिन बाद, मथुरा पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है जबकि उत्तर प्रदेश प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से दो पुलिसकर्मियों को भी निलंबित कर दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने इस घटना के सम्बन्ध में सलमान सहित 40-50 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जबकि चाँद बाबू उर्फ एके खान, भाई बबलू औऱ पिता मुख्तियार खान को गिरफ्तार कर लिया गया है।

घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी और कई संगठनों के पदाधिकारी संघ कार्यालय पर उपस्थित हुए। रिपोर्ट्स के अनुसार, सोमवार (दिसंबर 28, 2020) को चोरी के आरोप में मुस्लिम समुदाय के दो युवकों को पुलिस को सौंपने के विरोध में मंगलवार शाम करीब 4 बजे आजमपुर से समुदाय विशेष के करीब 40-50 युवक और महिलाओं ने केशव भवन पर हमला बोल दिया। हमलावरों द्वारा कार्यालय स्थान को चारों ओर से घेर लिया गया औऱ लगातार पत्थरबाजी की गई।

पथराव में कार्यालय में मौजूद छात्र स्वयंसेवक सोनू और पवन घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस का कहना है कि इस सम्बन्ध में दो अन्य को भी गिरफ्तार किया गया है। साथ ही, तीन लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।

दरअसल, मथुरा के गोविंदनगर इलाके में मंगलवार शाम अज्ञात बदमाशों ने आरएसएस कार्यालय पर हमला बोल दिया। बताया जा रहा है कि तकरीबन 50 लोगों के एक समूह द्वारा यह पथराव किया गया था और कथित रूप से संघ कार्यालय में तोड़फोड़ की गई। सिटी एसपी, उदय शंकर के अनुसार, अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की पूछताछ के लिए तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है।

आरएसएस कार्यालय पर हमले का कारण चोरी के संदेह में स्वयंसेवकों द्वारा दो व्यक्तियों को पुलिस को सौंप दिया जाना बताया जा रहा है। इसके अगले दिन, संघ कार्यालय के बाहर समुदाय विशेष की भीड़ जमा हो गई और कार्यालय पर पथराव किया। आरएसएस के कार्यालय में वर्तमान में निर्माण कार्य चल रहा है और दूसरे समुदाय के कुछ युवक वहाँ से कथित तौर चुरा रहे थे।

थाना गोविंद नगर क्षेत्र में स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यालय केशव भवन पर पथराव-मारपीट के मामले में पुलिस की लापरवाही का नतीजा बताया जा रहा है। सोमवार को स्वयंसेवकों द्वारा चोरी करते पकड़े गए मुसलिम समुदाय के युवक को पुलिस ने छोड़ दिया था।

लोगों का कहना है कि अगर पुलिस चोरी के मामले में कार्रवाई करती तो मंगलवार को यह घटना न होती। पुलिस ने मंगलवार देर शाम नाबालिग समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जबकि दो सिपाही निलंबित किए गए हैं।

आरोप है कि थाना गोविंद नगर पुलिस ने चोरी की इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया और समुदाय विशेष के चोर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और उसे छोड़ भी दिया गया। इसीका नतीजा आरएसएस कार्यालय पर सामूहिक भीड़ द्वारा पत्थरबाजी के रूप में सामने आया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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