पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान और उसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ हुई हिंसा की जाँच के लिए पार्टी ने समिति गठित की है। समिति में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, त्रिपुरा के पूर्व CM विप्लब देव और विधायक अग्निमित्रा पॉल ने साउथ 24 परगना जिले में जाकर पीड़ितों से मुलाकात की। पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हर जगह एक ही कहानी है – भाजपा के लिए काम किया तो पिटोगे, गाँव में घुस नहीं सकते, तुम्हारी पत्नी और माँ-बाप के साथ भी हिंसा की जाएगी।
रविशंकर प्रसाद ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से पूछा कि यही आपकी सरकार है? उन्होंने कहा कि महिलाओं तक को नहीं छोड़ा जा रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि कूच बिहार में हाल ही में TMC के गुंडों ने एक दलित लड़की के साथ बदसलूकी है, पीड़िता से उन्होंने मुलाकात भी की है। बकौल रविशंकर प्रसाद, पीड़ित रो रहे हैं, ये बहुत गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस के सामने पीड़ितों ने ईमानदारी से अपनी पीड़ा रखी।
उन्होंने चेताया कि अगर पश्चिम बंगाल पुलिस ने पीड़ितों पर ही उलटा केस ठोका तो राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा इसे काफी गंभीरता से लेगी। उन्होंने कहा कि अगर उन पर पुलिस ने कोई दबाव दिया तो इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। कोलकाता के 6, मुरलीधर रोड स्थित भाजपा के दफ्तर में 150 से अधिक कार्यकर्ता छिपे हुए हैं। जान बचाने के लिए वो परिवार के साथ यहीं सोते हैं, यहीं खाना खाते हैं। 10 जून से ये सब यहीं हैं। अधिकतर साउथ व नॉर्थ 24 परगना से हैं।
#WATCH | Former Union minister & MP Ravi Shankar Prasad says, "Everywhere the same story if you'll work for the BJP, you'll be beaten up. If you come, your wife and parents will have to suffer violence. Mamata ji, this is your govt. Women are being beaten up here… It's a very… https://t.co/uFFzwQ3Y91 pic.twitter.com/VLmGZwSCnn
— ANI (@ANI) June 18, 2024
‘दैनिक भास्कर’ से बात करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने बताया कि उनके घरों पर पत्थरबाजी हुई, उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई, पार्टी का दफ्तर तोड़ा गया, कार्यकर्ताओं के घरों में ताला जड़ दिया गया। 6, मरलीधर रोड और साउथ 24 परगना के बरईपुर में 170 भाजपा कार्यकर्ता रह रहे हैं। पश्चिम बंगाल में चुनाव के नतीजे आने के बाद से अब तक हिंसा की 500 से भी अधिक घटनाएँ हो चुकी हैं। 6000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
कोलकाता के बेलियाघाट की रहने वाली भाजपा कार्यकर्ता रीता रजाक के पति को 2021 में हुई हिंसा के दौरान मार डाला गया था। वो 2015 में भाजपा से जुड़ी थीं। नाकाडाला हाईस्कूल के बूथ संख्या 170 पर उन्हें पार्टी ने चुनाव एजेंट बनाया था। उनका कहना है कि न सिर्फ पुलिस, बल्कि केंद्रीय बल भी पश्चिम बंगाल में TMC सरकार का कहा ही करते हैं। रीता के घर में रखे अनाज और गहने भी लूट लिए गए, फिर भी वो भाजपा से जुड़ी रहीं। वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अपने कार्यकर्ताओं को बचाने का निवेदन करती हैं।
भाजपा के दफ्तरों को आग के हवाले किया जा रहा है। कोलकाता के भवानीपुर में एक कार्यकर्ता की दुकान पर हमला किया गया। दुकान का सारा सामान लूट लिया गया। रवि साहा नामक उक्त पीड़ित ने बताया कि स्थानीय तृणमूल कॉन्ग्रेस पार्षद भाजपा कार्यकर्ताओं को खोज-खोज कर पीटता है। थाने में उलटे भाजपा कार्यकर्ताओं पर ही इल्जाम लगा दिए जाते हैं। पलायन कर भाजपा दफ्तर आए इस्लाम मोल्ला का कहना है कि TMC का ब्लॉक सभापति आयूब हसन गुंडा है, उसने उनकी कई बीघा जमीन कब्ज़ा कर रखी है। उनका घर, स्कूल, कपड़े की दुकान – सब तबाह कर दिया गया।
वहीं एक कार्यकर्ता ने बताया कि कैनिंगपुर से TMC विधायक शौकत मोल्ला ने राशन, पानी और बिजली बंद करने के साथ-साथ भाजपा कार्यकर्ताओं को घर में घुस कर मारने की धमकी दी है। उन्हें धमकी भरे फोन कॉल्स आते हैं। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी राज्यपाल CV बोस से मिल कर उन्हें स्थिति से अवगत करा चुके हैं। ये पहली बार नहीं है जब पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा हो रही, पंचायत से लेकर विधानसभा व लोकसभा सभी चुनावों में भीषण हिंसा होती है।