जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में आतंकियों ने एक ही दिन बाहरी राज्यों के दो नागरिकों की हत्या कर दी। ईदगाह इलाके में बिहार के एक रेहड़ी वाले को गोली मार दी गई, जो वहाँ पानी-पूरी बेचने थे। मृतक का नाम अरविंद कुमार साह है। उन्हें गंभीर स्थिति में ही श्रीनगर SMHS ले जाया गया, जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। वो बिहार के बाँका जिले के रहने वाले थे। उन्हें ईदगाह पार्क के बाहर गोली मारी गई।
वहीं आतंकियों ने शनिवार (16 अक्टूबर, 2021) को ही पुलवामा में सगीर अहमद नाम के शख्स को गोली मार दी, जो मिस्त्री का काम करते थे। पुलवामा के ही काकापोरा में सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर ग्रेनेड हमला भी किया गया। अक्टूबर महीने में अब तक घाटी में 8 नागरिकों की हत्याएँ की जा चुकी हैं। सुरक्षा बलों ने इसके बाद चलाए गए अभियान में 11 आतंकियों को भी मार गिराया है।
हाल ही में श्रीनगर के ही लालबाजार में वीरेंद्र पासवान नाम के बिहार के महादलित ठेले वाले की हत्या कर दी गई थी। पत्रकार आदित्य राज कौल ने जानकारी दी है कि डर का माहौल बनाने के लिए आतंकी बाहरी राज्यों से यहाँ आए गरीब ठेले वालों को निशाना बना रहे हैं। इससे पहले एक स्कूल में दो गैर-मुस्लिम शिक्षकों की भी हत्या कर दी गई थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इन हत्याओं पर बैठकें भी की थीं।
Rest in Peace, Arvind Kumar. There is no doubt that this is a killing on religious lines of a Hindu. Non-local street vendors are being targeted selectively to create fear psychosis. It began with minority Hindu/Sikh killings & then nonlocal street vendors. Warning Graphic photo. pic.twitter.com/QBvVhVydAL
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) October 16, 2021
आज पुलवामा को पंपोर में भी आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ चल रही है और लश्कर ए तैयबा के टॉप कमांडर उमर मुश्ताक खांडे समेत 2 आतंकियों को मार कर ढेर कर दिया गया है।मुश्ताक खांडे ने इसी साल 2 पुलिसवालों की बेरहमी से हत्या की थी और वो पुलिस की हिटलिस्ट में शामिल था। अक्टूबर महीने में अब तक 11 आतंकियों का खात्मा किया गया है। इनमें से एक जैश ए मोहम्मद का टॉप कमांडर भी था। आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक जेसीओ सहित 7 जवानों ने अपना बलिदान दिया है।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और JKNC के नेता उमर अब्दुल्लाह ने इस हत्याकांड को ‘निंदा योग्य’ बताते हुए कहा कि अरविंद साह श्रीनगर में काम के लिए मौका तलाशते हुए आए थे। वहीं PDP की मुखिया और पूर्व सीएम महबूबा मुफ़्ती ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएँ बताती हैं कि हमें जम्मू कश्मीर की जनता से जुड़ने की जरूरत है। उन्होंने ‘कंस्ट्रक्टिव बातचीत’ पर भी जोर दिया।