Sunday, November 17, 2024
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BHU में बीफ पर पूछा गया सवाल; भड़के छात्रों ने गौशाला में जा कर की गाय की सेवा… बताया- यूनिवर्सिटी के संस्थापक महामना भी थे गोभक्त

BHU में उठा यह विवाद कोई नया मामला नहीं है। इससे पहले भी यहाँ कई विवाद उठ चुके हैं। इसी साल अप्रैल महीने में यहाँ कुलपति द्वारा इफ्तार पार्टी के आयोजन के विरोध में कुछ छात्रों ने सिर मुंडवा लिए थे। तब आंदोलित छात्रों द्वारा गंगाजल से कुलपति आवास को धुलवा कर वहाँ हनुमान चालीसा का पाठ किया गया था।

बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (BHU) के एक प्रश्न पत्र में 20 अक्टूबर 2022 को बीफ को लेकर पूछे गए सवाल पर विवाद जारी है। BHU के छात्रों ने गोपाष्टमी के दिन मंगलवार (1 नवम्बर 2022) को यूनिवर्सिटी की गौशाला में जाकर गायों की पूजा की है। छात्रों ने विश्वविद्यालय का माहौल संस्थापक महामना मदन मोहन मालवीय से अनुसार न होना बताया है। छात्रों के विरोध का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोपाष्टमी के दिन छात्रों के समूह ने गौशाला जाकर जारी किए अपने वीडियो में महामना मदन मोहन मालवीय को गोभक्त बताया। उन्होंने कहा कि बैचलर ऑफ वोकेशनल कोर्स के केटरिंग टेक्नोलॉजी एंड होटल मैनेजमेंट के पेपर में बीफ को लेकर पूछा गया सवाल उनकी भावनाओं को आहत करने वाला है। इस प्रश्न पत्र में 3 सवाल बीफ के वर्गीकरण पर आधारित थे।

छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से माफ़ी की माँग की है। एक छात्र नेता का आरोप है कि बीफ वाले मुद्दे पर विश्वविद्यालय का सहायक जनसूचना अधिकारी का बयान भी धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है। इसके साथ ही वे इस कोर्स में खुद गेस्ट टीचर हैं। छात्रों ने उस कर्मचारी की बर्खास्तगी की भी माँग की है। छात्रों ने बीफ से जुड़े सिलेबस को अविलम्ब हटाने और ऐसा न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

BHU में पहले भी हुए हैं विवाद

BHU में उठा यह विवाद कोई नया मामला नहीं है। इससे पहले भी यहाँ कई विवाद उठ चुके हैं। इसी साल अप्रैल महीने में यहाँ कुलपति द्वारा इफ्तार पार्टी के आयोजन के विरोध में कुछ छात्रों ने सिर मुंडवा लिए थे। तब आंदोलित छात्रों द्वारा गंगाजल से कुलपति आवास को धुलवा कर वहाँ हनुमान चालीसा का पाठ किया गया था। इफ्तार का विरोध करने वाले छात्रों का आरोप था कि BHU की दीवालों पर ब्राह्मणों की कब्र खुदने जैसे स्लोगन लिखे हुए थे।

फरवरी 2022 में BHU के कला संकाय के असिस्टेंट प्रोफेसर अमरेश कुमार ने अपने विभाग की चित्र प्रदर्शनी (Exbition) में भगवान राम की जगह खुद और माँ सीता की जगह अपनी पत्नी की तस्वीर रख दी थी। तब छात्रों ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन सहित लंका थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी। इसके अलावा नवम्बर 2021 में इसी यूनिवर्सिटी के उर्दू विभाग के पोस्टरों पर महामना मदन मोहन मालवीय के बदले अल्लामा इक़बाल की तस्वीरें छपी मिली थीं। इस मामले में भी छात्रों ने विरोध दर्ज करवाया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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