महाराष्ट्र में 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। ‘हिंदुस्तानी भाऊ’ पर छात्रों को भड़काने का आरोप लगा है। बता दें कि राजधानी मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में स्कूल-कॉलेज बंद हैं। इस दौरान 10वीं और 12वीं के छात्रों की कक्षाएँ ऑनलाइन ही कराई गई थीं। छात्रों को ये ऑनलाइन परीक्षा इतनी पसंद आ गई है कि वो अब ऑफलाइन परीक्षा देना ही नहीं चाह रहे हैं। अब जब कोरोना की तीसरी लहर थमती दिख रही है, महाराष्ट्र सरकार का प्रस्ताव है कि कॉलेज में ही परीक्षाएँ आयोजित की जाएँ।
लेकिन, इस कदम का मुंबई, पुणे, औरंगाबाद और नागपुर सहित राज्य के कई शहरों में छात्रों द्वारा विरोध किया जा रहा है। इसी क्रम में सोमवार (31 जनवरी, 2022) को धारावी में शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ के घर के बाहर जमा हो गए और जम कर हंगामा किया। मामला जब ज्यादा बढ़ गया तो महाराष्ट्र पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज भी किया। भीड़ नियंत्रण से बाहर भी हो गई थी। महाराष्ट्र की सत्ताधारी पार्टियाँ NCP और कॉन्ग्रेस फेक तस्वीरें शेयर करते हुए यूपी सरकार पर छात्रों को पिटवाने के आरोप लगा रही थीं।
हैरान करने वाली बात ये भी है कि इन सब में ‘हिंदुस्तानी भाऊ’ का नाम भी सामने आया है। ‘हिंदुस्तानी भाऊ’ को सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के रूप में जाना जाता है, जो ‘बिग बॉस’ जैसे रियलिटी शो का हिस्सा भी रह चुके हैं। आरोप है कि हाल ही में उन्होंने बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने राज्य की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ से निवेदन किया था कि कोरोना काल में बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाए।
"An inquiry will be conducted & action will be taken (on being asked whether the crowd gathered on the directions of Vikas Fhatak, alias 'Hindustani Bhau')," said DCP Pranay Ashok pic.twitter.com/QDqcaWsAaM
— ANI (@ANI) January 31, 2022
उन्होंने छात्रों को सलाह दी थी कि अगर महाराष्ट्र सरकार नहीं मानती है तो वो सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करें। उन्होंने खुद लाखों छात्रों के साथ शिक्षा मंत्री के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन की बात कही थी। इसके बाद मुंबई और महाराष्ट्र में कई जगह 10वीं और 12वीं के छात्रों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बीड़ में भी जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर छात्रों ने ऑनलाइन परीक्षाएँ आयोजित करने की माँग की। फ़िलहाल ऑफलाइन परीक्षाएँ आयोजित करने का प्रस्ताव है।
महाराष्ट्र में बस कर्मियों का भी हड़ताल चल रहा है, ऐसे में छात्रों का कहना है कि उन्हें परीक्षा सेंटरों तक पहुँचने में खासी परेशानी होगी। ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को इससे ज्यादा परेशानी होगी। छात्रों का कहना है कि ऑफलाइन परीक्षाएँ देने से अकादमिक नुकसान हो सकता है। बीड़ जिले में भी छात्रों ने एक बड़ी रैली कर के विरोध प्रदर्शन किया। नागपुर के मुख्य बाजार में भी विरोध प्रदर्शन हुआ, जहाँ सरकारी बसों में भी तोड़फोड़ हुई। पुलिस ने कुछ छात्रों को वहाँ हिरासत में भी लिया है। पुलिस ने ‘हिंदुस्तानी भाऊ’ के खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही है।