उत्तराखंड के रूड़की में एक प्ले स्कूल में ईद कार्यक्रम के लिए आयोजित किए गए इवेंट छोटे बच्चों को नमाज पढ़ाने का वीडियो वायरल हो रहा है। अभिभावकों ने इस स्कूल के विरुद्ध पुलिस को शिकायत दी है। अभिभावकों ने स्कूल पर छोटे बच्चों को भ्रमित करने का आरोप जड़ा है। स्कूल ने इन आरोपों से इनकार किया है।
जानकारी के अनुसार, रूड़की में सिविल लाइंस इलाके में स्थित लर्निंग लैडर प्ले स्कूल में 10 अप्रैल, 2024 को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम ईद 2024 को लेकर आयोजित किया गया था। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में हिजाब पहने हुए दो शिक्षिकाएँ दिखती हैं।
इस वीडियो में दिखता है कि यह शिक्षिकाएँ छोटे बच्चों के सामने नमाज अदा करके दिखाती हैं। वीडियो में जो बच्चे बैठे हुए हैं, उनकी टीशर्ट पर लर्निंग लैडर लिखा हुआ है। वीडियो में एक छोटी बच्ची भी हिजाब पहने दिखती है। यह वीडियो लगभग 17 सेकंड का है।
ब्रेकिंग: उत्तराखंड के रूड़की में एक प्ले स्कूल के नाबालिग छात्रों को नमाज पढ़ने के लिए मजबूर करने के बाद अभिभावकों और बजरंग दल का भारी आक्रोश।
— हम लोग We The People 🇮🇳 (@ajaychauhan41) April 13, 2024
प्रदर्शन कर रहे अभिभावकों और बजरंग दल के महानायकों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है pic.twitter.com/WtiOhxx3Ew
इस वीडियो के सामने आने के बाद कुछ बच्चों के अभिभावक रूड़की कोतवाली पहुँचे। स्कूल में पढ़ने वाली एक बच्ची के पिता ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मेरी बच्ची नमाज सिखाए जाने के दौरान मौजूद थी, हमने इस मामले में स्कूल से बात की है, स्कूल इसे इवेंट करार दे रहा है।
बच्ची के पिता ने मीडिया से बताया कि वह हिन्दू हैं और ऐसे में उनकी बच्ची को नमाज क्यों सिखाई गई। बच्ची के पिता ने कहा कि पिछले तीन सालों में कोई ऐसा इवेंट नहीं आयोजित किया गया था। यह इसी वर्ष हुआ है। बच्ची के पिता ने बताया कि उन्होंने इस मामले में पुलिस को तहरीर दी है और मुकदमा दर्ज करने की माँग की है।
स्कूल के इस काम के खिलाफ कोतवाली पहुँचे बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने भी विरोध किया। शिकायत के लिए पहुँचे एक व्यक्ति ने कहा कि स्कूल का काम पढ़ाई है ना कि बच्चों का धर्म बदलवाना। उन्होंने स्कूल पर जिहादी षड्यंत्र करने का आरोप लगाया। एक अन्य व्यक्ति ने आरोप लगाया कि स्कूल बच्चों नमाज के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
इस मामले में ऑपइंडिया ने लर्निंग लैडर स्कूल की प्रधानाध्यापिका रूचि हांडा से भी बात की। उन्होंने बताया, “10 अप्रैल, 2024 को स्कूल में अपर केजी के बच्चों के लिए ईद मिलन का इवेंट आयोजित किया गया था। इसकी सूचना भी पहले अभिभावकों को दे दी गई थी। इस इवेंट में बच्चों को नमाज नहीं सिखाई गई बल्कि उन्हें यह बताया गया कि ईद मनाई कैसे जाती है। हमने बच्चों को यह बताया कि ईद मनाने वाले पहले नमाज पढ़ते हैं और बाद में गले मिलते हैं।”
स्कूल की प्रधानाध्यापिका रूचि हांडा ने कहा कि इस पूरे इवेंट में से नमाज पढ़ने को लेकर बताने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। उन्होंने कहा है कि हमने इस मामले में पुलिस को दी गई शिकायत पर अपना स्पष्टीकरण भी दे दिया है और साथ ही वीडियो भी हटा दी है। उन्होंने कहा कि उनका स्कूल लगातार ऐसे आयोजन करता रहता है और वह सभी धर्मों के त्योहारों के विषय में बच्चों को बताते हैं। प्रधानाध्यापिका हांडा ने कहा कि वह आगे से ऐसे संवेदनशील मामले में सावधानी बरतेंगी।
ऑपइंडिया ने इस मामले में रूडकी पुलिस से भी बात की। उन्होंने बताया कि इस मामले में शिकायत प्राप्त हुई है और आगे अब इसमें जाँच चल रही है।