सुशांत सिंह राजपूत के परिवार ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की ओर से सीबीआई को सौंपी गई फॉरेंसिंक एग्जामिनेशन रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं। मृतक अभिनेता के परिवार की तरफ से सीबीआई डायरेक्टर को लेटर लिख कर मुंबई अस्पताल द्वारा शव परीक्षण और विसरा रिपोर्ट की समीक्षा के लिए एक नए मेडिकल बोर्ड के गठन की माँग की गई है।
सुशांत सिंह राजपूत मामले में वकील विकास सिंह ने केंद्रीय जाँच एजेंसी सीबीआई को एक पत्र लिखा है जिसमें एम्स पैनल के प्रमुख पर ‘अनैतिक’ और ‘अनप्रोफेशनल’ होने का आरोप लगाया गया है।
Family of #SushantSinghRajput writes to #CBI director against “unprofessional conduct” of AIIMS director Dr Sudhir Gupta in leaking out forensic report. It says the panel had to give cause of death & not decide whether it was a suicide or not. Family wants a new forensic panel. pic.twitter.com/byn5azLNLi
— Utkarsh Anand (@utkarsh_aanand) October 7, 2020
केंद्रीय जाँच एजेंसी को लिखे गए अपने पत्र में राजपूत के परिवार ने पैनल और एम्स फॉरेंसिक विभाग के प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता पर निशाना साधते हुए मीडिया में रिपोर्ट लीक करने का आरोप लगाया।
विकास सिंह ने अपने पत्र में लिखा, “डॉ.सुधीर गुप्ता का आचरण सरकारी सेवा आचरण के नियमों और एमसीआई दिशानिर्देशों के उल्लंघन में अनैतिक और गैर-पेशेवर है। उनकी ओर से इस आपराधिक दुस्साहस ने एम्स जैसे प्रमुख संस्थान में सार्वजनिक विश्वास को कम किया है। उन्होंने लाखों लोगों के मन में जाँच की निष्पक्षता को लेकर संदेह पैदा किया है।”
सिंह ने आगे लिखा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से महसूस हुआ है कि एम्स की फोरेंसिक टीम ने कूपर अस्पताल में किए गए पोस्टमार्टम की खामियों पर एक स्पष्ट राय नहीं दी है और इसके बजाय वह रिपोर्ट दी है जिसके लिए उनसे नहीं कहा गया था।
उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले को सीबीआई की ओर से गठित किसी और फॉरेंसिक टीम को रेफर किया जाए, ताकि कूपर अस्पताल की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की सही और उचित जाँच हो सके।
बता दें सुशांत के परिवार वालों ने सुशांत के कथित आत्महत्या के मामले को मानने से मना कर दिया था और इसके पीछे गहरी साजिश बताई थी। जिसे देखते हुए मामले में सीबीआई जाँच के बाद एम्स फॉरेंसिक पैनल बोर्ड का गठन किया गया था।
इससे पहले, मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि एम्स के डॉक्टर डॉ. सुधीर गुप्ता ने दावा किया था कि इस मामले की जाँच करने वाली मेडिकल टीम ने सुशांत सिंह मामले में ‘हत्या के एंगल’ को खारिज कर दिया है।