तमिलनाडु के पुदुक्कोट्टई जिले में एक 7 वर्षीय दलित बच्ची के साथ बलात्कार किया गया। इसके बाद आरोपित ने बच्ची को बेरहमी से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। इस मामले में पुलिस ने राजा नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। अब इस घटना से गुस्साए लोग आरोपितों के लिए सजा-ए-मौत की माँग कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक पुदुक्कोट्टई जिले की 7 वर्षीय एक दलित लड़की 30 जून को अपने अपने घर के बाहर से खेलने के दौरान अचानक से गायब हो गई थी, लेकिन इसके बाद 1 जुलाई की शाम को बच्ची का शव गाँव के पास के जंगलों में पड़ा हुआ मिला।
लड़की के शरीर पर चोट के निशान पाए गए और शरीर से उसके कपड़े भी अस्त-व्यस्त पाए गए। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए राजा नाम के आरोपित को गिरफ्तार कर लिया, जो कि लड़की का पड़ोसी है।
जिले के एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक पूछताछ के दौरान 25 वर्षीय आरोपित राजा ने स्वाकीर किया कि उसने लड़की के साथ यौन उत्पीड़न किया था और फिर उसकी हत्या कर दी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब इस मामले में आगे की जाँच की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही साफ तौर पर कुछ कहा जा सकता है।
टीएनएम की खबर के मुताबिक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एफआईआर में आरोपित के खिलाफ हत्या का मामला शामिल किया गया है। इसमें पॉस्को एक्ट शामिल करने के लिए हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
दरअसल, 30 जून की शाम करीब 4 बजे लड़की अपने घर के बाहर खेल रही थी और इसी बीच वह गायब हो गई। लड़की के माता-पिता ने बच्ची के लापता होने की शिकायत उसी शाम को करीब 7 बजे पुलिस थाने में कराई। इसके बाद से ही परिजन लड़की को खोजने में लगे हुए थे।
वहीं परिजनों को नाबालिग लड़की का शव 1 जुलाई की शाम को उनके गाँव के पास के ही जंगलों में पड़ा हुआ मिला। शव के कपड़े अस्त-व्यस्त थे और उसका चेहरा बुरी तरह से जख्मी था।
जिले के एक अधिकारी के मुताबिक “लड़की के चेहरे पर लाठियों से वार किया गया है, जिसकी चोटें साफ दिखाई दे रही हैं। हालाँकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। उन्होंने बताया कि आरोपित पड़ोसी ने बुधवार को नाबालिग को इलाके में घूमते हुए देखा था और इसी अकेलेपन का आरोपित के द्वारा फायदा उठाया गया।