तमिलनाडु के तंजावुर में 17 साल की छात्रा लावण्या की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। छत्तीसगढ़ में भी इस घटना को लेकर लोगों में व्यापक आक्रोश है। अखिल भारतीय घर वापसी अभियान के प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने पूरे मामले को लेकर ईसाई मिशनरियों पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हमारी हिंदू बेटी के साथ तमिलनाडु में जो हुआ उसे भूलाया नहीं जा सकता है, ना किसी को क्षमा किया जा सकता है। ईसाई मिशनरी सेवा के बदले सौदा करती हैं।
अहिंसा परमो धर्मः
— Prabal Pratap Singh Judev (@prabaljudevBJP) January 23, 2022
धर्म हिंसा तथैव च:
हमारी हिन्दू बेटी के साथ तमिलनाडु में जो हुआ वो अक्षम्य है….
वक्त आ गया है सनातन धर्म की रक्षा हेतु शस्त्र उठाने का!@annamalai_k @amarprasadreddy@ShefVaidya @KapilMishra_IND#BanForcefulConversion #JusticeFor_TNHinduGirl pic.twitter.com/2gRuzHsqSj
छत्तीसगढ़ BJP के सचिव प्रबल प्रताप ने कहा, “तमिलनाडु में बेटी लावण्या की आत्महत्या ने उन्हें झकझोर कर रख दिया है। ईसाई मिशनरियों के प्रताड़ित करने के कारण लावण्या ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है। मुझे यह बात कहने में बिल्कुल भी संकोच नहीं हो रहा है कि ईसाई मिशनरी सेवा के बदले सौदा करती हैं और धर्मांतरण के लिए हर तरह का हथकंडा अपनाती हैं। इसका विरोध ही एक मात्र उपचार है।”
वहीं, दूसरी ओर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने भी तहसील प्रशासन के माध्यम से तमिलनाडु के राज्यपाल से लावण्या आत्महत्या मामले में न्याय की गुहार लगाई है। राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि इस घटना से पूरे देश का युवा बेहद सदमे और पीड़ा में है। ज्ञापन में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर दोषियों को सजा दिलाने के लिए सक्रिय रूप से काम नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर धर्मांतरण का संज्ञान लिया जाए। लावण्या का मामला भी धर्मांतरण से जुड़ा हुआ है, जिसकी वजह से उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
गौरतलब कि लावण्या ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। लड़की के परिजनों ने आरोप लगाया था कि हॉस्टल वॉर्डन द्वारा उसे प्रताड़ित किया गया था और मारा-पीटा गया था, क्योंकि उसने ईसाई धर्म में कन्वर्ट होने से इनकार कर दिया था। लड़की ने 9 जनवरी, 2022 को ही जहर खा लिया था। 10 दिन तक चले इलाज के बाद उसकी 19 जनवरी 2022 को मौत हो गई। सोशल मीडिया पर लड़की का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें उसने बताया था कि धर्मांतरण न करने के कारण उसे प्रताड़ित किया गया था।