‘इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल’ के अध्यक्ष एवं दरगाह हजरत खानदान के सदस्य मौलाना तौकीर रज़ा खान ने सामूहिक धर्मांतरण एवं निकाह के कार्यक्रम कोे स्थगित कर दिया है। दरअसल, हिंदू संगठनों के विरोध और सावन जैसे पवित्र महीने के शुरू होने से पहले शहर में किसी तरह की अशांति को लेकर प्रशासन सख्त हो गया है। इसको देखते हुए प्रशासन ने इस कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी।
प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं देने को लेकर तौकीर रजा ने कहा, “हम कानून के दायरे में काम करते हैं। सामूहिक निकाह कार्यक्रम प्रशासन की अनुमति के बाद ही आयोजित किया जाएगा। हमने प्रशासन से अनुमति माँगी थी, जो नहीं दी गई। प्रशासन की अनुमति के बिना कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।”
‘इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल’ के प्रदेश प्रभारी नदीम कुरैशी ने कहा कि सिटी मजिस्ट्रेट ने धर्म परिवर्तन कर जोड़ों का विवाह कराने की अनुमति नहीं दी है। इसलिए कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। इस कार्यक्रम में 23 लड़के-लड़कियों का इस्लाम में धर्मांतरण कराने के बाद उनका निकाह कराने की घोषणा की गई थी।
तौकीर रजा के इस घोषणा का हिंदू संगठनों ने खूब विरोध किया था। इसके बाद पुलिस प्रशासन भी सतर्क हो गया। पुलिस ने साफ कह दिया था कि बिना अनुमति के इस प्रकार के किसी भी कार्यक्रम का आयोजन नहीं करने दिया जाएगा। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि अगर कोई जोर-जबरदस्ती करने की कोशिश करता है तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा।
बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि किसी को भी शहर या जनपद की शांति व्यवस्था के साथ शरारत करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अनुराग आर्य ने कहा कि 15 जुलाई को सिटी मजिस्ट्रेट को एक आयोजन के लिए आवेदन दिया गया था, जिसकी जाँच पुलिस कर रही है। जाँच के बाद रिपोर्ट दी जाएगी।
दरअसल, तौकरी रजा ने मीडिया को कहा था कि दूसरे धर्म के 15 लड़के और 8 लड़कियाँ इस्लाम कबूलना चाहते हैं। ये सभी बालिग़ हैं और इन्होंने पहले से ही शादी कर रखी है। मौलाना ने कहा कि उन्होंने जिला प्रशासन से सामूहिक निकाह की अनुमति माँगी गई है। रविवार (21 जुलाई, 2024) को खलील स्कूल में सबसे पहले 5 जोड़ों के इस्लामी धर्मांतरण की प्रक्रिया पूरी किए जाने का प्लान है।
मौलाना तौकीर ने कहा कि इन सबने धर्मांतरण पहले ही कर लिया है। कार्यक्रम में सिर्फ इसकी औपचारिक प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी। इसके बाद सार्वजनिक रूप से सामूहिक निकाह कराया जाएगा। मौलाना ने कहा कि जिन 5 जोड़ों का पहले निकाह कराया जाएगा उनमें 1 मध्य प्रदेश से है, बाकी बरेली के आसपास के जिलों के हैं। उन्होंने कहा कि पढ़ाई और नौकरी के दौरान ये लड़के-लड़कियाँ प्रेम में पड़े।