शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में नकल कराने वाले गैंग के फरार मेंबरों पर योगी सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इस मामले में खुलासे के बाद पहले तो यूपी पुलिस ने सपा नेता इसरार अहमद सहित चारो फरार आरोपितों पर 10-10 हजार का इनाम घोेषित किया था। वहीं इसके बाद भी जब आरोपितों ने सरेंडर नहीं किया तो अब पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी ,
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आजमगढ़ जनपद के रानी की सराय थाने की पुलिस ने शनिवार को सपा नेता व पूर्व ब्लाक प्रमुख इसरार अहमद के घर पहुंचकर 35 लाख रुपए की चल संपत्ति कुर्क की। वहीं अब इस मामले में बाकि फरार आरोपितों पर भी कुर्की की तलवार लटक रही है।
बता दें कि इस मामले की विवेचना सीओ लालगंज मनोज रघुवंशी कर रहे थे। जाँच के दौरान इस मामले में सपा के पूर्व ब्लाक प्रमुख इसरार अहमद सहित आठ लोगों का नाम सामने आया था। जिसमें से पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन इसरार सहित चार आरोपित फरार बताए जा रहे थे। पुलिस ने पिछले दिनों चारो फरार आरोपितों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। लेकिन इसके बाद भी आरोपित कोर्ट में सरेंडर नहीं किए तो पुलिस ने धारा 82 के तहत इनके घर नोटिस चस्पा किया। जिस पर अब एक्शन शुरू हो गया है।
गौरतलब है कि जनवरी, 2022 में माह में हुए शिक्षक पात्रता परीक्षा में नक़ल कराने का खुलासा पुलिस ने किया था। इस मामले में पुलिस ने लगभग 51 लाख रुपए के चेक व कैश की बरामदगी दिखाने के साथ ही 22 लोगों को गिरफ्तार किया था। रिपोर्ट के अनुसार, नकल माफियाओं के गैंग में डीआईओएस कार्यालय के एक लिपिक की भी संलिप्तता सामने आई थी। इस मामले में डीआईओएस के खिलाफ भी शासन स्तर पर कार्रवाई की गई थी।