राजस्थान के उदयपुर जिले में 16 अगस्त, 2024 को एक मुस्लिम छात्र ने दलित समुदाय के अपने सहपाठी को चाकू घोंप दी थी। इस घटना से इलाके में तनाव फैल गया था, जिसके बाद हिंसक भीड़ ने आगजनी और तोड़फोड़ की थी। 19 अगस्त को पीड़ित छात्र ने दम तोड़ दिया था। आरोपित को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपित को उसके ही अब्बा गुंडा बनाने की चाह रखते थे। हमले में प्रयोग किया गया चाकू भी आरोपित के अब्बा ने ही खरीद कर दिया था।
आरोपित छात्र नाबालिग है जिसकी पहचान उजागर नहीं की जा सकती। ‘नवभारत टाइम्स’ के मुताबिक, वह धौंस जमाने के लिए अपने साथ अक्सर चाकू ले कर घूमा करता था। यह चाकू चाइनीज था जिसे आरोपित के अब्बा ने ही 400 रुपए में खरीद कर दिया था। पुलिस के हवाले से बताया गया है कि हमलावर छात्र का अब्बा ही चाहता था कि उनका बेटा गुंडा बने। इसके लिए आरोपित का अब्बा उसको अक्सर उकसाया भी करता था। हमलावर छात्र का अब्बा सटोरिया बताया जा रहा है।
आरोपित छात्र अपने अब्बा द्वारा दिलाए गए चाकू इस घटना से पहले भी कई जगह दिखा चुका था। पुलिस के द्वारा जुटाए गए आँकड़ों के मुताबिक, आरोपित छात्र के अब्बा पर भी पहले से ही 2 केस दर्ज हैं। कक्षा 10 के मृतक देवराज पर हमला भी आरोपित ने अपने अब्बा के उकसाने पर किया था। 3 दिन पहले आरोपित ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल के जरिए से देवराज को जान से मार डालने की धमकी दी थी। घटना के दिन भी दोनों के पारिवारिक बातों पर वाद-विवाद बढ़ा था। एक अन्य रिपोर्ट में देवराज की हत्या की वजह आरोपित को होमवर्क के लिए स्कूल की कॉपी न देना बताया गया है।
देवराज मोची की हत्या में ये जानकारी सामने आ रही है कि हत्यारोपित मुस्लिम छात्र के पिता ने ही उसे गुंडा और अपराधी बनने के लिए उकसाया और उसे पैसा भी दिया।
— अनुराग गौतम Anurag Gautam🇮🇳 (@anuraggautambjp) August 27, 2024
उसके पिता ने ही चाकू खरीद कर अपने बेटे को दिया था। pic.twitter.com/GGYpeN1eB1
पुलिस ने आरोपित के अब्बा से पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है। बताते चलें कि देवराज की हत्या के बाद मृतक के परिजनों ने शव को ले कर धरना दिया था। उन्होंने आरोपित छात्र पर कठोर कार्रवाई की माँग की है। रक्षाबंधन के दिन हुई इस मौत पर जिले में तनाव फैल गया था। तब प्रशासन ने एहतियातन कई इलाकों में इंटरनेट बंद कर दिया था।