गोरखनाथ मंदिर पर हमला (Gorakhnath Temple Attack) करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी को उसके परिवार द्वारा मनोरोगी घोषित करने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) को लगता है कि वह बेहद शातिर है। मुर्तजा से वारदात के 8 दिन बाद यानी रविवार (10 अप्रैल, 2022) को NIA (राष्ट्रीय जाँच एजेंसी) पूछताछ कर रही है। NIA के तीन अफसरों की टीम इस सिलसिले में शनिवार को लखनऊ पहुँची।
मुर्तजा ने अब तक की पूछताछ में ATS को जितने भी सवालों के जवाब दिए हैं, उससे यही लग रहा है कि वह मानसिक रूप से बीमार नहीं है। क्योंकि, उसने सभी सवालों के सही जवाब दिए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब मुर्तजा से निकाह और फिर उसके तलाक के बारे में सवाल किया गया तो उसने कहा, “अल्लाह के घर में यानी जन्नत में बहुत सारी हूरें मिलेंगीं। वहाँ बीवी का क्या काम? अल्लाह के घर जाना है तो सबको छोड़ना होगा।“
मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ गोरखपुर आना, फिर परिवार और समाज में किसी से मतलब नहीं रखना और कमरे में अकेले रहने के सवालों पर मुर्तजा झट से बोला कि ‘अल्लाह के घर में सिर्फ अल्लाह की सुनिए…अल्लाह से मतलब रखिए और अल्लाह के ही बताए रास्तों पर चलिए, फिर जन्नत मिलेगी।’ इस मामले में मुर्तजा के बैंक ट्रांजेक्शन भी सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि सुरक्षा एजेंसियों ने जून 2021 में क्रेडिट कार्ड से मुर्तजा द्वारा किए गए ट्रांजेक्शन को ट्रैक किया था, जिससे पता चला है कि मुर्तजा कई इस्लामी संस्थाओं को पे-पाल ऐप के जरिए विदेश में पैसे भेजता था।
ICICI, IDFC, First Bank और Federal Bank में उसके खाते थे। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, उसने अपने क्रेडिट कार्ड से कई इस्लामिक संस्थाओं को 22,000, 700, 16,594, 16,622 और 22,907 रुपए के ट्रांजैक्शन किए थे। यही नहीं, उसने बीते 4 से 5 महीने में शमीउल्लाह नाम के व्यक्ति के खाते में कई बार हजारों रुपए भेजे थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, ATS ने मुर्तजा के बड़े अब्बा और डॉक्टर केए अब्बासी को भी पूछताछ और बयान दर्ज कराने के लिए लखनऊ तलब किया था, लेकिन वह नहीं गए। ATS की टीम लगातार इस मामले की तह तक पहुँचने में जुटी है। यही कारण है कि PGI और KGMU जैसी संस्थाओं के डॉक्टरों के पैनल बोर्ड से ATS मुर्तजा का मेडिकल चेकअप कराने की भी तैयारी कर रही है।
गौरतलब है कि मुर्तजा ने 3 अप्रैल को गोरखनाथ मंदिर पर हमला किया था। वह गमछे में धारदार हथियार छिपाकर लाया था। रोके जाने पर उसने पीएसी जवानों को घायल कर दिया था। वह अल्लाहु अकबर के नारे लगा रहा था। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बीते दिनों मुर्तजा अब्बासी को मनोरोगी बताते हुए उसका बचाव किया था। वहीं, मुर्तजा को उसके अब्बा भले ही मानसिक रूप से अस्थिर बता रहे हैं, लेकिन उसका इलाज करने वाले डॉक्टर ने उनके इस दावे को नकार दिया है।