टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद से दिल्ली के तिहाड़ जेल के भीतर की सुरक्षा-व्यवस्था सवालों के घेरे में है। इस बीच जेल के भीतर नियमों को ताक पर रखकर कैदियों को ट्रांसफर करने का मामला सामने आया है। इन कैदियों को आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली की केजरीवाल सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन की सेल में ट्रांसफर किया गया था।
जैन ने खुद इसकी डिमांड की थी। उन्होंने अकेलेपन का हवाला देते हुए जेल अधीक्षक को अपनी सेल में कैदियों की संख्या बढ़ाने को लेकर आवेदन दिया था। उनकी इस माँग को पूरा करते हुए जेल अधीक्षक ने दो कैदियों को उनके सेल में भेज दिया। मामला सामने आने के बाद तिहाड़ प्रशासन ने जेल अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस दिया है।
Delhi | Showcause notice issued to Superintendent of Jail No. 7, Tihar Jail, for transferring two prisoners to the cell of Former Delhi minister Satyendar Jain who requested to lodge him with at least two inmates citing depression & need for more social interactions. Inmates were…
— ANI (@ANI) May 15, 2023
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सत्येंद्र जैन ने गुरुवार (11 मई 2023) को जेल अधीक्षक के नाम एक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने कहा था कि वह बहुत अकेलापन और डिप्रेशन महसूस कर रहे हैं। इसलिए उनकी सेल में कम से कम 2-3 कैदियों को रखा जाए। जैन ने मनोचिकित्सक की सलाह का जिक्र करते हुए कहा था कि डॉक्टर ने उन्हें अकेले न रहने और सामाजिक दायरा बढ़ाने के लिए कहा है।
सत्येंद्र जैन के इस पत्र पर अमल करते हुए अगले ही दिन यानी शुक्रवार (12 मई 2023) को अधीक्षक ने दो कैदियों को उनके सेल में ट्रांसफर कर दिया। जेल प्रशासन का कहना है कि जेल नंबर 7 के अधीक्षक ने बिना प्रशासन को बताए ही कैदियों को ट्रांसफर किया था। नियमानुसार प्रशासन को बिना बताए और अनुमति के बिना किसी भी कैदी को ट्रांसफर करने का अधिकार नहीं होता है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर ऐसा क्या कारण था कि सत्येंद्र जैन के पत्र पर तत्परता दिखाते हुए जेल अधीक्षक ने दो कैदियों को उनके सेल में भेज दिया।
जेल में मालिश कराते आया था वीडियो
बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद सत्येंद्र जैन के जेल के भीतर से कई वीडियो सामने आ चुके हैं। इनमें से कुछ वीडियो में वह मालिश कराते तो कुछ में ‘दरबार’ लगाते तो कुछ में बाहर का खाना खाते दिखाई दिए थे। एक वीडियो में तो वह निलंबित जेल अधीक्षक के साथ बैठे हुए भी दिखाई दिए थे। वीडियो सामने आने और कोर्ट की सख्ती के बाद जब जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट बंद हो गया तो सत्येंद्र जैन ने जेल अधिकारियों पर धमकी देने का आरोप लगाया था।