उत्तर भारत के हिन्दू अब जम्मू-कश्मीर में भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन कर पाएँगे। जम्मू के मजीन में रविवार (13 जून) को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा बनाए जाने वाले भगवान वेंकटेश्वर के भव्य मंदिर का भूमि पूजन किया और मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी।
जम्मू में बन रहा भगवान वेंकटेश्वर का भव्य मंदिर ।
— Ashish Kohli ॐ🇮🇳 (@dograjournalist) June 12, 2021
अब आप कर सकते है भगवान तिरुपति जी के दर्शन जम्मू में, जानिए कहा बन रहा है भगवान का भव्य मंदिर ।@AskAnshul @ReclaimTemples @LostTemple7 @pratiba_sk @AkshitaSinghB @ttd_seva @kishanreddybjp pic.twitter.com/kLsIhyWgV8
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के कार्यालय के ट्विटर एकाउंट से ट्वीट करके इसकी जानकारी दी गई। टीटीडी द्वारा बनाए जाने वाले भगवान वेंकटेश्वर के इस भव्य मंदिर के भूमि पूजन में उपराज्यपाल सिन्हा के अलावा केन्द्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह एवं जी. किशन रेड्डी, टीटीडी अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
Took part in Bhoomi Pujan and unveiled the plaque to mark the laying of foundation stone in presence of Union MoS Dr Jitendra Singh, Union MoS G Kishan Reddy, Chairman TTD Board and other dignitaries. pic.twitter.com/HRi8IPx5pX
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) June 13, 2021
उपराज्यपाल सिन्हा ने इस मौके पर जम्मू-कश्मीर और उत्तर भारत के निवासियों की वर्षों पुरानी इच्छा की पूर्ति करने के लिए टीटीडी बोर्ड और केंद्र सरकार को धन्यवाद कहा। उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा कि माता वैष्णो देवी की इस पवित्र भूमि पर भगवान बालाजी के मंदिर के निर्माण का भूमिपूजन पूरे जम्मू-कश्मीर के लिए गर्व का विषय है। उपराज्यपाल सिन्हा ने यह भी जानकारी दी कि लगभग 62 एकड़ में बनने वाले इस मंदिर का निर्माण दो चरणों में होगा और लगभग 18 महीनों में पूरा हो जाएगा।
It is a historic and proud day for J&K. Lord Balaji’s divine blessing is a state of inner celebration. Ved Pathshala in the second phase will strengthen the foundation of Indian culture.
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) June 13, 2021
आपको बता दें कि भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर के निर्माण के लिए तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) को जमीन देने के प्रस्ताव पर इसी साल अप्रैल में प्रशासनिक परिषद ने मुहर लगाई थी। परिषद की श्रीनगर में हुई बैठक में टीटीडी को मंदिर एवं अन्य सुविधाओं के निर्माण के लिए 496 कनाल 17 मरले (लगभग 62 एकड़ अथवा ढाई लाख वर्ग मीटर) जमीन देने का फैसला हुआ था। जम्मू में यह जमीन 40 साल के लीज पर दी गई है।
इस भूमि पर टीटीडी मंदिर के अलावा वेद पाठशाला, आध्यात्म केंद्र और आवास जैसी अन्य सुविधाओं का निर्माण करेगा। निकट भविष्य में स्वास्थ्य एवं शिक्षा सुविधाओं के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। इसका उद्देश्य जम्मू में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है। जम्मू और कटरा के बीच बनने वाला यह मंदिर तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर की प्रतिकृति होगा।
जम्मू-कश्मीर के अलावा टीटीडी ने भगवान वेंकटेश्वर का भव्य मंदिर वाराणसी और मुंबई में भी बनाने की योजना बना रखी है। चेन्नई, विशाखापत्तनम और भुवनेश्वर में मंदिरों का निर्माण जारी है। टीटीडी हैदराबाद, कुरुक्षेत्र और कन्याकुमारी में पहले ही श्री वेंकटेश्वर स्वामी का मंदिर बना चुका है और ये आस्था के बड़े केंद्र बनकर उभरे हैं।