Monday, December 23, 2024
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TMC सांसद मिमी चक्रवर्ती की फर्जी वैक्सिनेशन कैंप से टीका लगवाने के बाद बिगड़ी तबीयत, पेट में उठा तेज दर्द

पहले से ही स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जुझ रही मिमी को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी गई, लेकिन वे अपना इलाज घर पर ही करा रही हैं। दरअसल, चार दिन पहले शहर के कस्बा इलाके में आयोजित एक शिविर में टीएमसी सांसद ने वैक्सीन लगवाई थी।

जादवपुर लोकसभा सीट से टीएमसी सांसद और बांग्ला फिल्मों की अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती की शनिवार को तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके कारण डॉक्टर को बुलाना पड़ा। पिछले दिनों उन्होंने कोलकाता में एक फर्जी टीकाकरण शिविर में वैक्सीन लगवाया था। जानकारी के मुताबिक, मिमी चक्रवर्ती को पेट में तेज दर्द और खूब पसीना बहने के अलावा स्वास्थ्य से जुड़ी उन्हें कई तरह की परेशानियाँ आ रही हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहले से ही स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जुझ रही मिमी को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी गई, लेकिन वे अपना इलाज घर पर ही करा रही हैं। दरअसल, चार दिन पहले शहर के कस्बा इलाके में आयोजित एक शिविर में टीएमसी सांसद ने वैक्सीन लगवाई थी।

आरोपी ने गेस्ट के रूप में बुलाया था सांसद को

सांसद मिमी ने बताया, “मेरे पास एक शख्स ने अपने आपको आईएएस ऑफिसर बताया और कहा कि वे ट्रांसजेंडर्स और दिव्यांगों के लिए स्पेशल वैक्सीनेशन ड्राइव चला रहे हैं। इसके साथ ही उस शख्स ने मुझसे वैक्सीनेशन कैंप में आने का अनुरोध किया। मैंने लोगों का मनोबल बढ़ाने के लिए कोविशील्ड की वैक्सीन भी लगवाई, लेकिन कभी भी कोविन से कंफर्मेशन का मेसेज नहीं आया। इसके बाद कोलकाता पुलिस से मैंने शिकायत की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।” मिमी चक्रवर्ती का कहना था कि आरोपित शख्स फर्जी स्टिकर और नीली बत्ती भी अपनी गाड़ी पर इस्तेमाल कर रहा था।

250 लोग टीका फर्जीवाड़े का शिकार

इस बीच पुलिस का कहना है कि कस्बा सेंटर पर पिछले छह दिनों के दौरान कम से कम 250 लोगों को कथित वैक्सीन लगाई गई है। जाँच में यह भी पता चला है कि आरोपित देबांजन देब ने इसी तरह से नॉर्थ और सेंट्रल कोलकाता में फर्जी कैंप आयोजित किए थे। इनमें से एक नॉर्थ कोलकाता के सिटी कॉलेज और एक कैंप सोनारपुर में 3 जून को लगाया गया था। पूछताछ में देब ने पुलिस को बताया है कि उसने बगड़ी मार्केट और स्वास्थ्य भवन के बाहर से वैक्सीन ली थी। चूँकि कोविड वैक्सीन की खुले बाजार में बिक्री नहीं होती है लिहाजा यहाँ टीका लगवाने वाले लोगों को इस संबंध में जानकारी दी गई है।

जाँच के लिए भेजी जाएगी वैक्सीन वायल

इस बीच कोलकाता पुलिस का कहना है, “हमें ऐसी कोई वायल नहीं मिली है, जिस पर एक्सपायरी डेट हो। जब्त की गई वैक्सीन वायल को जाँच के लिए भेजा जाएगा, जिससे पता चल सके कि वह असली है या नकली। आरोपित से इस संबंध में पूछताछ की जाएगी।”

जाँच के लिए सरकार ने बनाई एक्सपर्ट कमिटी

पश्चिम बंगाल की सरकार ने कोलकाता में हुए फर्जी वैक्सीनेशन मामले को लेकर 4 सदस्यों की एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी जल्द ही फर्जी वैक्सीन के असर की जाँच कर रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी। कमेटी यह भी बताएगी कि जिन लोगों को यह फर्जी वैक्सीन लगाई गई, उनके लिए क्या जरूरी कदम उठाने चाहिए। इस रिपोर्ट के बाद पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पीड़ित लोगों का मेडिकल परीक्षण कराएगी। 

आरोपित खुद को बताता था आईएएस अधिकारी

पुलिस ने बताया कि तब देवांजन देव की तहकीकात में जानकारी मिली कि वह खुद को आईएएस अधिकारी बताता था। उस ने खुद को नगर निगम का वरिष्ठ अधिकारी बताकर कैंप आयोजित कराया था। वह नीली बत्ती वाली कार में आता था और उसके साथ गार्ड भी रहते थे। एसएसडी डिवीजन के उपायुक्त आईपीएस रसीद मुनीर खान ने बताया कि उससे पूछताछ कर पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसके साथ और कौन-कौन से लोग इसमें शामिल हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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