उत्तर प्रदेश के आगरा में निकाह के 2 घण्टे बाद तीन तलाक देने का मामला सामने आया है। आरोप है कि आसिफ और उसके परिजन अतिरिक्त दहेज और कार की माँग कर रहे थे। लेकिन लड़की के घरवालों ने दहेज देने से इनकार कर दिया। इस पर आसिफ तीन तलाक देकर अपने रिश्तेदारों के साथ वापस लौट गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामला आगरा के ताजगंज थाना क्षेत्र के ढोलीखार मंटोला इलाके का है। यहाँ कामरान वारसी की दो बहन गौरी और डौली नामक का निकाह होना था। दोनों की बारात भी आई। यहाँ गौरी तो रुखसत होकर चली गई। वहीं सुबह करीब 4 बजे डौली का निकाह आसिफ के साथ हो गया। लेकिन इसके बाद आसिफ और उसके घर वाले अतिरिक्त दहेज और कार की माँग करने लगे।
आरोप है कि आसिफ का कहना था कि यदि और दहेज नहीं मिला तो वह डौली को रुखसत करके अपने साथ नहीं ले जाएगा। हालाँकि डौली के परिजनों ने निकाह में हुए खर्च को देखते हुए अतिरिक्त दहेज और कार देने से इनकार कर दिया। डौली के भाई कामरान वारसी ने कहा है कि दोनों बहनों के निकाह में उसने 30 लाख रुपए खर्च किए थे। इसके बाद डौली के शौहर आसिफ और उसके घरवालों ने दहेज माँगना शुरू कर दिया।
लड़की पक्ष के लोगों ने ससुरालियों को समझाने की बहुत कोशिश की। लेकिन आसिफ के घरवालों ने गाली-गलौच और मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद वे लोग जेवरात और कैश लेकर चले गए। हालाँकि आसिफ और कुछ रिश्तेदार रुक गए। इसके बाद दहेज न मिलने पर आसिफ ने तीन बार तलाक बोलकर ‘तीन तलाक’ दे दिया और वहाँ से चला गया। इसके बाद डौली के भाई कामरान वारसी ने सुबह करीब 6 बजे फोन कर पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुँची पुलिस ने लड़की पक्ष की शिकायत और बयानों के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे में डौली को तीन तलाक देने वाले आसिफ उसकी अम्मी मुन्नी, अब्बा परवेश, भाई सलमान, बहन रुखसार, नजराना और फरीन के खिलाफ उपयुक्त धाराएँ लगाई गईं हैं। इस पूरे मामले में ताजगंज पुलिस का कहना है कि पीड़ितों की शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।