छत्तीसगढ़ की जशपुर पुलिस ने धर्मान्तरण के आरोप में 2 पादरी गिरफ्तार किए गए हैं। इन आरोपितों पर हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन करवाने का आरोप लगा है। इस मामले की शिकायत विश्व हिन्दू परिषद ने की थी। घटना रविवार (27 मार्च) की बताई जा रही है।
#Chhattisgarh – जशपुर में धर्मांतरण का मामला आया सामने, वीएचपी कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा, सूचना मिलने पर पुलिस ने दिखाई सख्ती, दो पास्टर्स को किया गिरफ्तार #Jashpur #VHP #BreakingNews #Breaking #ChhattisgarhWithNews18 pic.twitter.com/LeejcooDQ7
— News18 Chhattisgarh (@News18CG) March 27, 2022
जशपुर के डिप्टी SP मनीष कुंवर के मुताबिक, “कुछ लोग आ कर ये सूचना दिए थे कि उनके गाँव में कुछ हिन्दू पक्ष को बरगलाया जा रहा है। इसी के साथ एक लिखित शिकायत भी दी गई थी। इसमें दोनों पॉस्टरों के खिलाफ ग्रामीणों के लिए चंगाई सभा करने का आरोप लगाया गया था। मौके पर हिन्दू संगठनों के जाने की भी सूचना दी गई थी। सूचना पर जा कर हमने इन्हे गिरफ्तार कर के न्यायालय में पेश किया है। दोनों पर धारा 295 – A, 34 IPC के साथ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम की धारा 4 के तहत केस दर्ज हुआ है।”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गिरफ्तार पहले पादरी का नाम क्रिस्टोफर तिर्की है। वह बगिया ग्राम पँचायत के भालुटोला इलाके में स्थानीय निवासी दूसरे पादरी ज्योति प्रकाश टोप्पो के घर एक प्रार्थना सभा करवाने गया था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साईं भी इसी गाँव के रहने वाले हैं। विश्व हिन्दू परिषद कार्यकर्ताओं के मुताबिक इस सभा में कँवर जनजाति के 25 परिवारों के लगभग 68 लोग मौजूद थे। प्रार्थना सभा को धर्मान्तरण का प्रयास बताते हुए VHP कार्यकर्ताओं ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश करते हुए न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
इस घटना के एक वीडियो में स्थानीय लोगों को पादरियों से नोकझोंक करते देखा जा सकता है। एक व्यक्ति ने पादरियों से कहा, “आप अपने धर्म स्थल में जाईये पूजा करिए, लेकिन हिन्दुओं को बुला कर ये काम मत करिए।”
वही इसी वीडियो में आरोपित पादरी क्रिस्टोफर तिर्की ने धर्मांतरण के आरोपों से इंकार करते हुए कहा, “हम तो चर्च में दुआ-प्रार्थना बहुत लंबे समय से कर रहे हैं। हमारी सभा में ईसाई धर्म के लोगों के अलावा कँवर समुदाय के लोग भी थे।” वहीं दूसरे पादरी ज्योति प्रकाश टोप्पो ने कहा, “धर्म तो आराधना कर रहे थे। कंवर समुदाय के लोग जो आस्था रखते थे वो भी थे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के गाँव के लोग भी मौजूद थे।”