दिल्ली के निजामुद्दीन में जमात तब्लीगी के इज्तिमा ने कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा किना बढ़ा दिया है यह किसी से छिपा नहीं। बावजूद इसके मजहबी ठेकेदार चेत नहीं रहे। खुद के साथ दूसरों की भी जान के लिए खतरा बढ़ा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के उज्जैन से सामने आया है।
लॉकडाउन के बावजूद यहॉं की एक मस्जिद में मौलवी बुधवार की रात 25-30 लोगों को नमाज अदा करवा रहा था। पुलिस ने मौलवी के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए मस्जिद में ताला लगवा दिया है। उल्लेखनीय है कि सोशल डिस्टेंसिंग कोरोना संक्रमण को रोकने का सबसे कारगर उपाय है। कई इस्लामी धर्मगुरुओं ने भी इसका पालन करते हुए सामूहिक और मस्जिद में नमाज अदा नहीं करने की अपील की है। प्रशासन ने भी एक साथ लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा रखी है।
दैनिक भास्कर रिपोर्ट के अनुसार बुधवार रात 8.30 बजे प्रशासन को उज्जैन के आगर रोड स्थित गाँधी नगर के मोहम्मद मस्जिद में लोगों के इकट्ठा होने की खबर मिली। पुलिस मौके पर पहुँची। नमाज पढ़ते इन सभी लोगों को बाहर निकाला। मौलवी हाजी मोहम्मद युनूस वफाती खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। मौलवी के खिलाफ यह एफआईआर उन्हीं दफाओं के अंतर्गत दर्ज हुई है जिनके तहत गायिका कनिका कपूर के खिलाफ लखनऊ में मामला दर्ज किया गया था।
जिस कानून के अंतर्गत मौलवी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है वह अंग्रेजों ने 1897 में प्लेग पर काबू पाने के लिए बनाया था। इसके तहत बीमारी फैलाना गैर जिम्मेदारी भरा काम है। इसके लिए 6 महीने की सजा अथवा जुर्माना या दोनों का प्रावधान है। साथ ही लोकसेवक का आदेश न मानने पर एक माह की कैद हो सकती है।
वैसे, लॉकडाउन की पाबंदियों को अनदेखी कर सामूहिक रूप से नमाज अदा करने की यह पहली घटना नहीं है। देश के कई शहरों से ऐसे मामले सामने आए हैं। कई जगहों पर सामूहिक नमाज से रोके जाने पर पुलिस से भी लोग भिड़ने से नहीं चूके। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बीते दिनों तलैया स्थित जैनब मस्जिद इस्लामपुरा में इमाम सहित करीब 30 लोग रात के वक़्त जमा होकर नमाज अदा कर रहे थे। शहर के टीला जमालपुरा इलाके में मस्जिद के इमाम शाहीद नासिर के घर में लोग इकट्ठा होकर नमाज अदा कर रहे थे। वहीं बिहार के मधुबनी में सामूहिक नमाज की सूचना मिलने पर एक मस्जिद पहुॅंची पुलिस पर भीड़ ने हमला ही कर दिया था। पुलिस को करीब एक किमी तक खदेड़ा गया। पत्थरबाजी और फायरिंग की गई।
गौरतलब है कि दिल्ली में तबलीगी जमात में शामिल होने वालों में 7 लोग उज्जैन से भी थे। इनमें 5 ने अस्पताल से सेल्फी भेज दी है जबकि 2 ने पुलिस से बात तो की है पर अस्पताल में हैं वो या नहीं इसकी कोई पुष्टि नहीं हो सकी है अब तक।