उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ अचलगंज थाना क्षेत्र के एक गाँव से एक 16 वर्षीय नाबालिग हिंदू किशोरी का अपहरण कर लिया गया। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि एक मुस्लिम युवक जिबरान ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनकी बेटी को जबरन घर से उठा लिया। इतना ही नहीं, आरोपितों ने धमकी दी कि अगर गाँव में दिखाई दिए, तो पूरे परिवार को गोली मार देंगे।
न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, 12 सितंबर की रात को आरोपित जिबरान अपने दर्जन भर साथियों के साथ पीड़िता के घर पहुँचा। उन्होंने परिवार पर दबाव बनाकर उनकी बेटी को जबरदस्ती उठा लिया। पीड़िता के पिता ने बताया कि आरोपित जिबरान ने धमकी दी कि अगर उन्होंने पुलिस से शिकायत की या गाँव में दिखे, तो उनके पूरे परिवार को जान से मार दिया जाएगा। इस घटना के बाद परिवार ने डर के कारण घर छोड़ दिया और कहीं और जाकर शरण ली।
पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि आरोपितों ने जबरन उन्हें एक सादे कागज पर अँगूठा लगाने के लिए मजबूर किया। आरोपितों ने दावा किया कि उनकी बेटी 20 साल की है, जबकि वह महज 16 साल की है। इसके बाद, पीड़िता के माता-पिता ने अपने बेटे को दिल्ली में इसकी सूचना दी, जो तुरंत वापस उन्नाव लौट आया और पुलिस से शिकायत की।
पुलिस पर लापरवाही के आरोप
घटना के चार दिन बाद पीड़िता के भाई ने अचलगंज पुलिस थाने में जाकर लिखित शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया। पुलिस ने अपहरण और अन्य गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया और जाँच शुरू कर दी है। हालाँकि, पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है और पीड़िता की बरामदगी नहीं हो पाई है।
इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है, लेकिन अब तक किशोरी का कोई पता नहीं चल सका है। पीड़िता के परिवार का आरोप है कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही और आरोपितों को संरक्षण देने का प्रयास कर रही है। पीड़िता के माता-पिता का कहना है कि उनकी बेटी को किसी मदरसे में छिपाकर रखा गया था, लेकिन अब वहाँ से भी उसकी कोई जानकारी नहीं है।
दबंगों की धमकी और लव जिहाद का आरोप
पीड़िता के भाई ने बताया कि उनकी बहन के अलावा भी गाँव में इसी तरह की घटनाएँ हो चुकी हैं, जहाँ मुस्लिम समुदाय के दबंगों ने अन्य लड़कियों को भी निशाना बनाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिबरान और उसके साथियों ने पहले भी कई बार गाँव में लव जिहाद के जरिए लड़कियों को बहकाने और जबरन शादी कराने की कोशिश की है। पीड़िता के भाई का कहना है कि इस बार भी उनकी बहन के साथ जबरन शादी कराई जा रही है।
परिवार ने लगाई न्याय की गुहार
पीड़िता के माता-पिता अब पूरी तरह से असहाय और डरे हुए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि उनकी बेटी को जल्द से जल्द ढूंढकर उन्हें सौंपा जाए। पीड़िता के पिता ने कहा, “हमारी बेटी को जबरन उठाकर ले जाया गया है, हम मुख्यमंत्री से अपील करते हैं कि वे हमें न्याय दिलाएँ।” पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि गाँव में पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जहाँ विशेष समुदाय के लोग हिंदू लड़कियों को जबरन उठा ले जाते हैं और उनका धर्म परिवर्तन कराते हैं। इस मामले को लेकर गाँव में भी भय और आक्रोश का माहौल है।
पुलिस की निष्क्रियता पर उठते सवाल
पुलिस की कार्रवाई पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों और पीड़ित परिवार ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि वह इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही और लापरवाही बरत रही है। हालाँकि, पुलिस का कहना है कि वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं और जल्द ही पीड़िता को बरामद किया जाएगा।
वहीं, सीओ बीघापुर ऋषिकांत शुक्ला ने बताया कि एक नाबालिग लड़की जबरन घर से उठा ले जाने का मामला सामने आया है। आरोपितों के खिलाफ 292/24 धारा 191, 333, 137 दो के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है। इस संबंध में संदिग्ध चार व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं, साथ ही अपहृत लड़की की तलाश भी जारी है। आजतक की रिपोर्ट में मुख्य आरोपित का नाम रिजवान बताया जा रहा है।
थाना अचलगंज पर युवती को युवक द्वारा ले जाने के संदर्भ में पंजीकृत अभियोग व कृत कार्यवाही के संबन्ध में क्षेत्राधिकारी बीघापुर द्वारा दी गई बाइट pic.twitter.com/TkX3IwYIMr
— UNNAO POLICE (@unnaopolice) September 16, 2024
उत्तर प्रदेश सरकार ने ‘लव जिहाद’ और जबरन धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए कड़े कानून बनाए हैं। सरकार ने ऐसे मामलों में उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान किया है और जुर्माने की राशि को भी दोगुना कर दिया है। इसके बावजूद इस तरह की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है, जिससे लोगों में डर और असुरक्षा का माहौल बन रहा है।