उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के गोवर्धन इलाके में शनिवार (नवंबर 21, 2020) को दो साधुओं की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। दोनों साधु गोवर्धन मार्ग पर मौजूद गिरिराज बगीचा के पीछे बने आश्रम में रहते थे। आश्रम में रामायण का पाठ कर रहे दोनों साधुओं ने अपने एक और साथी के साथ सुबह की चाय पी थी। जिसके बाद तीनों के ही मुँह से झाग निकलता हुआ देखा गया। बताया जा रहा है कि आश्रम में ही मौजूद गाय के दूध से चाय बनाकर इन लोगों ने पी थी, जिसके बाद यह घटना हुई है।
जब तक उन्हें अस्पताल ले जाया जाता, तब तक दो साधुओं की मौत हो गई। जबकि इनमें से एक रामबाबू नाम के साधु को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृत साधुओं का नाम गोपालदास और श्यामसुंदर दास था।
पूरा घटनाक्रम शनिवार की सुबह का है। रामायण का पाठ कर रहे तीनों साधु एक ही आश्रम में रहते थे। चूँकि सुबह की चाय पीने के बाद ही तीनों की तबियत बिगड़ी थी, ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि चाय में ही जहरीला पदार्थ मिलाया गया था। मृतक साधु गोपाल दास के भाई टीकम ने भी आरोप लगाया कि साधुओं की जहर देकर हत्या की गई है और आश्रम में जहरीली दवाइयों की बदबू आ रही है।
थाना गोवर्धन क्षेत्रान्तर्गत आश्रम में दो साधुओं को संदिग्ध मृत पाये जाने के सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मथुरा @GroverGauravIPS दी गयी बाइट। 1/2@Uppolice @News18UP @WeUttarPradesh @aajtak @AmarUjalaNews @JagranNews pic.twitter.com/rWqjWHcYsv
— MATHURA POLICE (@mathurapolice) November 21, 2020
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि शनिवार सुबह करीब दस बजे आश्रम में चाय पीने के बाद तीनों साधुओं की तबियत बिगड़ गई। जिसके बाद तीनों को अस्पताल ले जाया गया। जहाँ गोपाल दास और श्याम सुंदर दास को मृत घोषित कर दिया गया, वहीं रामबाबू दास की हालत गंभीर होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया।
पुलिस के अधिकारियों ने मौके पर पहुँचकर लोगों से बातचीत की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि साधुओं को साजिशन जहर दिया गया है और उनकी हत्या की गई है। घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। एसएसपी ने कहा कि इस मामले में वीडियोग्राफी कराकर पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। पुलिस टीम ने आश्रम में मिले खाद्य पदार्थों के नमूने लिए हैं। चाय में मिलाए गए दूध तथा अन्य सामान के भी नमूने लिए हैं। एसएसपी ने कहा कि पुलिस पूरे मामले की जाँच कर रही है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों महाराष्ट्र के पालघर में हुई संतों की हत्या मामले के बाद औरंगाबाद से एक और संत पर हमले की घटना सामने आ गई थी। बताया गया था कि संत प्रियशरण महाराज पर जिले के चौक परिसर के लाडसावंगी मार्ग पर स्थित उनके आश्रम में घुसकर हमला किया गया। हमलावर 7-8 की तादाद में थे। इन्होंने आश्रम में घुसने के लिए पहले उसकी कड़ी तोड़ी और फिर संत से मारपीट करके उनके कंधे पर चाकू से वार भी किया था।