लखनऊ स्थित लोकभवन के सामने 17 जुलाई को माँ-बेटी ने आत्मदाह की कोशिश की थी। मंडलायुक्त सुजीत पाण्डेय ने बताया है कि कुछ लोगों ने आपराधिक षड्यंत्र रच महिलाओं को ऐसा करने के लिए भड़काया था।
उन्होंने बताया कि इस मामले में AIMIM नेता कादिर खान, कॉन्ग्रेस के अनूप पटेल समेत 4 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। लखनऊ के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) नवीन अरोड़ा ने भी इस घटना से जुड़ी कुछ बातें बताई। उन्होंने कहा, “एक महिला को पुलिस वालों ने बचा लिया जबकि दूसरी की हालत गंभीर है।”
It has come to light that it was done as per a criminal conspiracy in which some people played key role in instigating the women. We have registered FIR against 4 people including an MIM leader Kadir Khan & a Congress leader Anup Patel: Sujeet Pandey, Lucknow Police Commissioner https://t.co/KR90axabLC pic.twitter.com/0WrdoXL8Q6
— ANI UP (@ANINewsUP) July 18, 2020
इस घटना के बाद विरोधी दल उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से सवाल करने लगे। महिलाओं के अमेठी से होने की वजह से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर भी खूब सवाल उठाए गए।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, “लखनऊ में लोकभवन के सामने दो महिलाओं ने दो महिलाओं द्वारा दबंगों के खिलाफ़ कोई कार्रवाई न होने से हताश होकर आत्मदाह करने की दुखद ख़बर आई है। सपा ने लोकभवन इसलिए बनवाया था कि वहाँ बिना भेदभाव आम जनता अपनी शिकायतों के निवारण के लिए जा सके। लेकिन इस भाजपा सरकार में ग़रीबों की कोई सुनवाई नहीं।”
लखनऊ में लोकभवन के सामने दो महिलाओं द्वारा दबंगों के खिलाफ़ कोई कार्रवाई न होने से हताश होकर आत्मदाह करने की दुःखद ख़बर आयी है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 17, 2020
सपा ने लोकभवन इसलिए बनवाया था कि वहाँ बिना भेदभाव आम जनता अपनी शिकायतों के निवारण के लिए जा सके, लेकिन इस भाजपा सरकार में गरीबों की कोई सुनवाई नहीं।
बसपा मुखिया मायावती ने ट्वीट कर कहा, “ज़मीन विवाद प्रकरण में अमेठी ज़िला प्रशासन से न्याय न मिलने पर माँ बेटी को लखनऊ में आत्मदाह करने को मजबूर होना पड़ा। यूपी सरकार इस घटना को गंभीरता से ले तथा पीड़ित को न्याय दे व लापरवाह अफसरों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटना पुनः न हो।”
जमीन विवाद प्रकरण में अमेठी जिला प्रशासन से न्याय न मिलने पर माँ-बेटी को लखनऊ में सीएम कार्यालय के सामने आत्मदाह करने को मजबूर होना पड़ा। यूपी सरकार इस घटना को गम्भीरता से ले तथा पीड़ित को न्याय दे व लापरवाह अफसरों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटना पुनः न हों।
— Mayawati (@Mayawati) July 18, 2020
इसके बाद कॉन्ग्रेस और AIMIM नेताओं ने इस घटना पर सिलसिलेवार तरीके से योगी सरकार को घेरना शुरू कर दिया।
उत्तर प्रदेश : लखनऊ विधानसभा के सामने अमेठी की महिला ने खुद को आग लगा ली क्योंकि स्थानीय गुंडों और प्रशासन की उदासीनता से परेशान थी!@LambaAlka pic.twitter.com/FkKZfuOda6
— Heera Lal Vishwakarma (@HLVishwakarma) July 17, 2020
संयोग और हैरानी की बात है कि घटना के बाद लगातार कई ट्वीट आए। इसमें लगभग सारे ट्वीट AIMIM नेताओं और समर्थकों के थे। इनमें बिना किसी आधार के योगी सरकार को ज़िम्मेदार ठराया गया था।
Amethi’s Mother-Daughter has attended self-immolation out side the loK Bhavan in Lucknow, saddened and frustrated at not getting justice in the land dispute despite filing a case.
— Faizan_Rahmat (@FaizanRahmat_) July 17, 2020
Under the leadership of Yogi ji, this is a vivid slap in the face of the boasting govt over law&ord pic.twitter.com/ENU8NtV3Wy
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी ट्वीट किया, जबकि आम आदमी पार्टी की सक्रियता उत्तर प्रदेश में लगभग न के बराबर है। उन्होंने भी इस घटना की आड़ में योगी सरकार को कठघरे में खड़ा करने का अवसर नहीं छोड़ा।
योगी सरकार की क्रूरता देखिये अमेठी की दो बहने सरकार से दुखी होकर मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह करने को मजबूर हो जाती हैं क्या आपको लगता है यू पी में सरकार नाम की कोई चिड़िया है? “या अपराधियों के हाथों मरो या सरकार से तंग आकर मरो हर हाल में मरना ही है” pic.twitter.com/bEyRXTiYvL
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) July 17, 2020
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया के पूर्व सांसद मोहम्मद सलीम ने ट्वीट कर कहा, “जलती हुई भारत माता सड़कों पर दौड़ रही हैं।”
Amethi to Lucknow: no one is responsive. Lucknow to Delhi: no one is responsible. Burning #BhararMata on the streets of #Lucknow #yogi_ka_ghotalaraaj https://t.co/v6o4s92icf
— Md Salim (@salimdotcomrade) July 17, 2020
खुद को पत्रकार कहने वाली रोहिणी सिंह जिनके अखिलेश यादव से करीबी संबंध है, ने भी इस घटना पर ट्वीट किया।
What must have been the level of harassment from goons and level of apathy and indifference from the police in Uttar Pradesh that a mother-daughter duo from Amethi set themselves on fire in the heart of Lucknow. Shocking, shameful and deeply disturbing….. pic.twitter.com/7A3GjI8PJi
— Rohini Singh (@rohini_sgh) July 18, 2020
17 जुलाई के दिन दो महिलाओं ने लखनऊ के लोकभवन क्षेत्र के ठीक सामने खुद को आग लगा ली थी। घटना में दोनों बुरी तरह झुलस गई। दोनों माँ-बेटी हैं और अमेठी के जामो थाना क्षेत्र की रहने वाली है।
घटना के दौरान पुलिसकर्मियों ने एक महिला को बचा लिया था। दूसरी महिला की हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों महिलाओं को उपचार के लिए नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ख़बरों के मुताबिक़ उनका अपने पड़ोसी से विवाद हुआ था। उन्होंने पड़ोसियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया था। इसके बाद पड़ोसी ने भी माँ-बेटी के विरुद्ध मामला दर्ज कराया था। दोनों का आरोप था कि पुलिस उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी। फिलहाल बेटी की हालत स्थिर है जबकि माँ की हालत गंभीर बनी हुई है।