प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) छोटी दिवाली के दिन यानी 23 अक्टूबर 2022 को भगवान राम की अयोध्या नगरी में रहेंगे। इस दिन छात्र-छात्राओं द्वारा तैयार शाम को मोर दीपक जलाकर दीपोत्सव के त्योहार का शुभारंभ करेंगे। दीपोत्सव के लिए अयोध्या को सजाया जा रहा है। दिवाली के दिन 15 लाख दीप जलाया जाएगा, जो एक रिकॉर्ड होगा।
प्रधानमंत्री अयोध्या में लगभग 4 घंटे तक रहेंगे। इस दौरान शाम को राम की पैड़ी पर बन रहे मुख्य मंच पर पीएम मोदी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राष्ट्रीय पक्षी मोर के रूप में बने दीप को जलाकर समारोह का शुभारंभ करेंगे।
अयोध्या में भूमि पूजन के बाद पीएम मोदी पहली बार अयोध्या जाएँगे। मुख्य मंच के ठीक सामने दीपों से राम मंदिर मॉडल बनाया जा रहा है। मंदिर मॉडल में लगभग 10,000 दीप सजाए जा रहे हैं। इसे इस प्रकार से तैयार किया जा रहा है, कि मंच पर बैठे अतिथियों की इस पर सीधी नजर पड़े।
श्री अयोध्या जी तैयार हैं ‘भव्य-दिव्य दीपोत्सव-2022’ के लिए…
— Government of UP (@UPGovt) October 22, 2022
आइए, आस्था के असंख्य दीपों से सुसज्जित दीपोत्सव-2022 के साक्षी बनें
प्रभु श्रीराम को नमन करें, प्रभु श्रीराम का वंदन करें…
अलौकिक अयोध्या, आधुनिक अयोध्या pic.twitter.com/v2MUfXIzfk
इसके साथ ही सरयू नदी के घाट नंबर 10 पर एक भव्य भी रंगोली बनाई जाएगी। यह रंगोली फूलों से बनेगी। इसके लिए एक क्विंटल से अधिक फूलों की पंखुडियों का इस्तेमाल किया जाएगा।
दीपोत्सव के दौरान शोभायात्रा में 16 झाँकियाँ निकाली जाएँगी, जिनमें भगवान राम के जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक के प्रसंगों को दिखाया जायेगा। इसमें 10 देशों की टीम मंचन भी करेगी। लेजर और साउंड शो का रिहर्सल भी पूरा कर लिया गया है।
इस आयोजन के लिए अयोध्या को ऐसे सजाया जा रहा है, जैसे इस बार राजा रामचंद्र साक्षात अयोध्या पधार रहे हों। अयोध्या में प्रवेश के लिए 26 तोरण द्वार बनाए गए हैं। शहर की सड़कों को चमकाया जा रहा है और रंगे-बिरंगे झालरों से सजाया जा रहा है। सफाई व्यवस्था के लिए 1000 कर्मचारी दिन-रात लगे हैं।
दीपोत्सव में VVIP मूवमेंट के कारण सुरक्षा व्यवस्था को भी चाक-चौबंद किया गया है। कदम-कदम पर सादी वर्दी में खुफिया विभाग और पुलिस के जवान तैनात होंगे। इस दौरान ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से अयोध्या पर नजर रखी जाएगी।