Sunday, November 17, 2024
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ज्ञानवापी को मस्जिद कहना गलत, इसमें त्रिशूल-देव प्रतिमाएँ: CM योगी, कहा- ऐतिहासिक गलती के समाधान का प्रस्ताव मुस्लिम समाज से आए

सीएम योगी ने आगे कहा, "मैं ईश्वर का भक्त हूँ, लेकिन किसी पाखंड में विश्वास नहीं करता। आपका मत-मजहब आपके अपने तरीके तक होगा, आपके अपने घर में होगा और अपनी मस्जिद... ईबादतगाह तक होगा। यह सड़क पर प्रदर्शन करने के लिए नहीं होगा। इसे आप किसी तरीके से दूसरे पर थोप नहीं सकते।"

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) ने वाराणसी स्थित ज्ञानवापी को लेकर साफ कर दिया है कि यह मस्जिद नहीं है। उन्होंने कहा कि इसमें त्रिशूल सहित हिंदू धर्म के अन्य पहचान हैं। इसलिए इस परिसर को मस्जिद नहीं कहा जा सकता।

सीएम योगी ने कहा, “ज्ञानवापी के अंदर देव प्रतिमाएँ हैं। यह प्रतिमा हिंदुओं ने नहीं रखी है। अगर ज्ञानवापी को मस्जिद कहेंगे तो विवाद तो होगा ही।” उन्होंने कहा कि सरकार ज्ञानवापी विवाद का समाधान चाहती है। मुस्लिम समाज को आगे आकर इस ऐतिहासिक गलती सुधारना चाहिए।

ANI की एडिटर स्मिता प्रकाश ने सीएम योगी से बातचीत में पूछा कि काशी विश्वनाथ मंदिर – ज्ञानवापी मस्जिद विवाद का कोई समाधान है। इस सीएम योगी ने कहा, “अगर हम उसे मस्जिद कहेंगे तो फिर विवाद होगा। मुझे लगता है कि जिसे भगवान ने दृष्टि दी है, वह देखे इसे।”

सीएम योगी ने कहा, “त्रिशूल मंदिर के अंदर क्या कर रहा है? हमने तो नहीं रखे हैं ना? ज्योतिर्लिंग है, देव प्रतिमाएँ हैं, पूरी दिवालें चिल्ला-चिल्ला के क्या कह रही हैं? मुझे लगता है कि ये प्रस्ताव मुस्लिम समाज की ओर से आना चाहिए कि साहब… ऐतिहासिक गलती हुई है और उस गलती के लिए हम चाहते हैं समाधान हो।”

स्मिता प्रकाश ने सीएम से कहा कि ‘भारत में चल रहा है कि देश में रहना होगा तो वंदेमातरम कहना होगा’ और एक विधायक ने कहा था कि इस्लाम खुदा के अलावा किसी के सामने सिर झुकाने की इजाजत नहीं देता। इस पर सीएम योगी ने कहा, “देश संविधान से चलेगा, मत और मजहब से नहीं।”

सीएम योगी ने आगे कहा, “मैं ईश्वर का भक्त हूँ, लेकिन किसी पाखंड में विश्वास नहीं करता। आपका मत-मजहब आपके अपने तरीके तक होगा, आपके अपने घर में होगा और अपनी मस्जिद… ईबादतगाह तक होगा। यह सड़क पर प्रदर्शन करने के लिए नहीं होगा। इसे आप किसी तरीके से दूसरे पर थोप नहीं सकते।”

योगी आदित्नयाथ ने कहा, “नेशन फर्स्ट। अगर किसी को देश में रहना है तो उसे राष्ट्र को सर्वोपरी मानना होगा, अपने मत और मजहब को नहीं।” सीएम योगी ने बताया कि उनके शासन में उत्तर प्रदेश में दंगे क्यों नहीं हो रहे हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल में हुई राजनीतिक हिंसा की भी आलोचना की।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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